Trending Photos
बाड़मेर: उदयपुर के टेलर कन्हैया लाल की कुछ जिहादी प्रवृति के लोगों की ओर से गला रेत कर हत्या करने के विरोध में मंगलवार को सर्व समाज के आह्वान पर कवास कस्बा पूर्णतया बंद सफल रहा. सभी व्यापारिक मंडलों, संस्थाओं, समाजों और धार्मिक संगठनों ने बंद का समर्थन करते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. इस दौरान पीपली चौक, मुख्य बस स्टेण्ड , मुख्य बाजार समेत गली-मोहल्लों में भी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में आक्रोश जताया.
इस दौरान सर्व हिंदू समाज के लोगों ने सुबह से ही टोलियां बनाकर शहर में वंदे मातरम, जय श्रीराम के नारे लगाते हुए प्रतिष्ठानों को बंद रखने की अपील की. दोपहर 11 बजे बाद मुख्य बाजार से सर्व हिंदू समाज के सैकड़ों लोगों ने पीपली चौक से बस स्टेण्ड तक जुलूस निकाला. इस दौरान पुलिस के कड़े सुरक्षा बंदोबस्त रहे, नारेबाजी करते हुए कन्हैया के हत्यारों को फांसी की सजा देने और गहलोत सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. गुस्से और आक्रोश के साथ निकले जुलूस के बावजूद समुचित सुरक्षा प्रबंध होने की वजह से माहोल शांतिपूर्ण रहा. सुबह से दोपहर तक व्यापारियों ने अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे.
सुबह से ही बाजार में पसरा सन्नाटा
सर्व समाज के आह्वान पर पहली बार बंद को आमजन को ऐसा समर्थन मिला कि किसी ने भी दुकान नहीं खोली इसी वजह से कुछ संगठनों की टोलियां शहर में निकली लेकिन उन्हें कहीं भी दुकानें खुली नहीं मिली व्यापारी वर्ग ने कहा कि उदयपुर में जिस तरह युवक की हत्या की है उसके बाद गुस्सा है यह हमारा धर्म है हम साल पर दुकान खोल कमाते हैं 1 दिन बंद रखेंगे तो मरेंगे नहीं.
रैली के दौरान पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद
उदयपुर की घटना के बाद राजस्थान के कोने कोने में सर्व हिंदू समाज कन्हैयालाल को न्याय दिलाने की मांग तथा हत्यारों को फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर जगह जगह पर बंद करने का आह्वान किया तथा आक्रोश रैली निकाली गई उसी उपलक्ष में कवास बंद का आह्वान कर आक्रोश रैली निकाली गई इस रैली में किसी भी व्यक्ति विशेष की ओर से कोई झगड़ा झड़प नहीं हुआ शांतिपूर्ण आक्रोश रैली निकाली गई. आक्रोश रैली में कवास के व्यापारी वर्ग सर्व हिंदू समाज के हजारों की तादाद में लोग उपस्थित थे तथा इस रैली में आए सभी लोगों का सनातन धर्म सभा समिति और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला सहसंघ चालक मनोहर बंसल अपने विचार रखे और कावास सरपंच प्रतिनिधि जेठाराम माली ने सभी का आभार व्यक्त किया.
अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें