बाड़मेरः शिव में जन जागरूकता कार्यशाला जाटों की ढाणी में संपन्न, चौधरी ने कहा- सहभागिता से स्वावलंबी बने
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बाड़मेरः शिव में जन जागरूकता कार्यशाला जाटों की ढाणी में संपन्न, चौधरी ने कहा- सहभागिता से स्वावलंबी बने

Sheo, Barmer: बाड़मेर जिले के जाटों की ढाणी में डेयरी व पशुपालन विकास को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. 

बाड़मेरः शिव में जन जागरूकता कार्यशाला जाटों की ढाणी में संपन्न, चौधरी ने कहा- सहभागिता से स्वावलंबी बने

Sheo, Barmer: राजस्थान के बाड़मेर में जाटों की ढाणी में डेयरी और पशुपालन विकास को लेकर कार्यक्रम रखा गया. इस एक दिवसीय कार्यशाला में पशुपालन और डेयरी के विस्तार पर जोर दिया गया.जिसमें पशुपालक उन्नत नस्ल के दुधारू पशुओं का व्यवसायिक एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से पालन करने आव्हान किया .

उन्नत नस्ल के दुधारू पशुओं से अधिक उत्पादन संभव है. उक्त बात सोसायटी टू अपलिफ्ट रूरल इकोनामी बाड़मेर द्वारा केयर्न वेदांता फाउंडेशन के सौजन्य से संचालित डेयरी विकास एवं पशुपालन परियोजना के तहत दूध संकलन केंद्र परिसर  जाटों की ढाणी देवड़ा में परियोजना के तहत आयोजित जन जागरूकता प्रशिक्षण एवं कार्यशाला में बोलते हुए संदर्भ व्यक्ति एवं कार्यक्रम प्रबंधक हनुमान राम चौधरी ने कही.

 उन्होंने कार्यशाला के उद्देश्य की स्पष्टता करते हुए कहा कि दुग्ध उत्पादक उन्नत नस्ल के दुधारू पशुओं की बृहद स्तर पर पालन कर डेयरी व्यवसाय को सफल बनाएं. चौधरी ने उपस्थित दुग्ध उत्पादकों  से आह्वान करते हुए कहा कि दुग्ध उत्पादक जागरूक व सशक्त बनकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से डेयरी व्यवसाय कर सहकारिता सामुदायिकता एवं सहभागिता से स्वावलंबी बने.

 चौधरी  ने कहा कि डेयरी पर नियमित रूप से शुद्ध एवं गुणवत्ता युक्त ताजा दूध देकर दुग्ध उत्पादक अपनी पेट व प्रतिष्ठा में इजाफा कर दूसरों के लिए  प्रेरणा के स्रोत बन सकते हैं. उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादक एवं  महिलाएं सशक्त एवं जागरूक बनकर डेयरी सरकारी गैर सरकारी नाबार्ड  एवं  बैंकिंग की  विभिन्न योजनाओ का लाभ उठाएं. 

उन्होंने नेपियर घास, अजोला घास, रिजका, बाजरी बरसीम, चारा, बीट, चुकंदर, पशुशाला उन्नत नस्ल  के सांड  एवं मुर्रा नस्ल के  पांडा का वितरण टीकाकरण डिवर्मिंग पशुओं एवं पशुपालकों का बीमा निशुल्क पशु शल्य चिकित्सा वाहन का संचालन प्रबंधन ग्राम स्तर पर ठहराव व पैरावेट का चयन एवं कार्य एवं प्रशिक्षण नशा एवं नशा के दुष्परिणाम महिला स्वयं सहायता समूह की महता बताई. 

इस अवसर पर बोलते हुए सहायक परियोजना समन्वयक माला राम गोदारा ने महिला सशक्तिकरण महिला सिलाई कटाई एवं महिला स्वरोजगार प्रशिक्षण बारे में  जानकारी देते हुए कहा कि दुग्ध उत्पादक डेयरी के प्रति व डेयरी पदाधिकारी दुग्ध उत्पादकों के प्रति जवाबदेह बनें. कार्यशाला में बनास डेयरी पालनपुर के सुपरवाइजर महेश कुमार प्रजापति ने  स्वच्छ दूध उत्पादन एवं बनास डेयरी की योजना के बारे में जानकारी प्रदान की.

प्रशिक्षण कार्यक्रम में समिति सचिव भगाराम चौधरी ने  समिति  द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की. कहा कि महिला समूह के माध्यम से स्वरोजगार को बढ़ावा देने हेतु पहल कर सदस्यों का  आर्थिक उन्नयन एवं हुनर को बढ़ावा देने हेतु सकारात्मक प्रयास करने हेतु आह्वान किया.

 कार्यशाला में पूर्व पंचायत समिति सदस्य भगाराम जाट सोनाराम चौधरी जोधा राम चौधरी डेयरी चेयरमैन अर्जुन राम चतरा राम राम चौधरी ने भी अपने विचार व्यक्त किए. कार्यशाला में 23  महिलाओं सहित कुल  56 संभागीयो ने भाग लिया. कार्यशाला में उपस्थित सभी संभागीयो को उच्च क्वालिटी के एन 95  मास्क का प्रोत्साहन स्वरूप निशुल्क वितरण किया गया.

कार्यशाला की समाप्ति पर कार्यक्रम प्रबंधक हनुमान राम चौधरी एवं समिति सचिव भगाराम चौधरी ने उपस्थित अतिथियों एवं दुग्ध उत्पादकों का धन्यवाद ज्ञापित किया. कार्यशाला  में उपस्थित ग्रामीणों एवं दुग्ध उत्पादको ने ग्राम स्तर पर जन जागरूकता कार्यशाला के आयोजन नवीन तकनीकी को बढ़ावा देने  हेतु संस्था एव केयर्न फाउंडेशन का आभार जताया.

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