कलेक्ट्रेट घेराव के दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और जिला कलेक्टर को बाहर गेट पर आकर ज्ञापन लेने की मांग पर अड़ गए, जिसके बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर अश्विनी के पवार और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह कलेक्ट्रेट के आगे घेराव स्थल पहुंचे और ज्ञापन लिया.
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Barmer: राजस्थान के बाड़मेर जिले में बजरी की दर को कम करने की मांग को लेकर आमजन और ठेकेदार के बीच गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं 13 दिन से लगातार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बालोतरा उपखंड मुख्यालय पर धरने पर बैठी है और आज शनिवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश महामंत्री उमेदाराम के नेतृत्व में बाड़मेर जिला मुख्यालय सहित कलेक्ट्रेट का घेराव कर प्रदर्शन किया और अतिरिक्त जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर बजरी की दरों को कम करने की मांग की.
कलेक्ट्रेट घेराव के दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और जिला कलेक्टर को बाहर गेट पर आकर ज्ञापन लेने की मांग पर अड़ गए, जिसके बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर अश्विनी के पवार और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपत सिंह कलेक्ट्रेट के आगे घेराव स्थल पहुंचे और ज्ञापन लिया. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रदेश महामंत्री उम्मेदाराम का कहना है कि लगातार 13 दिनों से हम धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है और ठेकेदार लगातार मनमानी तरीके से बजरी की वसूली कर आमजन की जेब को खाली कर रहा है.
इस दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पदाधिकारियों ने कांग्रेस और भाजपा के नेताओं पर बजरी ठेकेदार के साथ मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाए. प्रशासन के साथ आरएलपी पार्टी के पदाधिकारियों की हुई वार्ता के बाद प्रशासन ने जल्द उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिलाया और बजरी की दर को कम करने के लिए उनकी मांग सरकार तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया.
गौरतलब है कि बाड़मेर जिले से निकलने वाली लूनी नदी में बजरी लीज धारक द्वारा बिना किसी रसीद के ₹550 प्रति टन के हिसाब से अवैध वसूली की जा रही है, जिसके बाद आए दिन रॉयल्टी कार्मिकों द्वारा आमजन पर हमले किए जा रहे हैं और कई लोगों की जान भी चली गई है, जिसके बाद से ही लगातार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी अब प्रदर्शन कर गहलोत सरकार को घेरने में जुटी हुई है.
Reporter: Bhupesh Acharya
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