बाड़मेर में मुस्लिम समाज की तालिमी कांफ्रेंस आयोजित, तालीम को बढ़ावा देने पर हुआ मंथन
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बाड़मेर में मुस्लिम समाज की तालिमी कांफ्रेंस आयोजित, तालीम को बढ़ावा देने पर हुआ मंथन

बाड़मेर शहर में स्थानीय मुस्लिम मुसाफिर खाना स्थित तहजीब उल अखलाक मदरसा परिसर में तालीमी बेदारी कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. आम मुस्लिम समाज बाड़मेर के बैनर तले आयोजित कांफ्रेंस में बासनी नागौर के शिक्षाविद एवं विद्वान लोग शामिल हुए. 

बाड़मेर में मुस्लिम समाज की तालिमी कांफ्रेंस आयोजित, तालीम को बढ़ावा देने पर हुआ मंथन

Barmer: बाड़मेर शहर में स्थानीय मुस्लिम मुसाफिर खाना स्थित तहजीब उल अखलाक मदरसा परिसर में तालीमी बेदारी कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. आम मुस्लिम समाज बाड़मेर के बैनर तले आयोजित कांफ्रेंस में बासनी नागौर के शिक्षाविद एवं विद्वान लोग शामिल हुए. कांफ्रेंस में कौम के उत्थान व शिक्षा की बेहतरी पर बारीकी से मंथन किया गया. इस बैठक में शहर सहित आस पास के प्रबुद्ध मोमीन ने शिरकत की.

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कॉन्फ्रेंस के मुख्य मुकर्रर फैजान ए अशरफी सीनियर सेकंडरी स्कूल बासनी के प्रिंसिपल हजरत हाफिज सईद अशरफी ने इल्म के प्रति अपने अनुभव साझा किया. उन्होंने का कि,  मुस्लिम समाज के नौजवानों से आह्वान किया की, कौम की तरक्की और उत्थान सिर्फ और सिर्फ तालीम के जरिए ही हासिल किया जा सकता है. युवा शिक्षा ग्रहण कर सरकार में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.  

अशरफी ने समाज के रहनुमाओं से अपील करते हुए कहा कि, मदरसों के साथ साथ बच्चों का स्कूल पर ज्यादा ध्यान दे, ताकि हमारे बच्चें आलिम बनने के साथ दुनियावी तालीम के जरिए मुकाम हासिल करें. इल्म एक चिराग है. इसे जो हासिल करेगा वो दूसरों को रोशनी देगा. तभी हमारा समाज मुख्यधारा शामिल होगा और मुल्क में सामाजिक समरसता, सद्भावना पनपेगी.

हाफिज खुर्शीद अहमद अजहरी ने कहा कि, शिक्षा ही एक माध्यम है, जिससे कोई भी समाज मुख्यधारा में शामिल होकर देश की तरक्की में भागीदार बन सकता है. शिक्षाविद् मौलाना युनुस मिस्बाही ने कहा कि, समाज में अभी तक शिक्षा का समुचित प्रसार नहीं हुआ है. इसके चलते समाज का एक बड़ा हिस्सा मुख्यधारा से कटा हुआ है. शिक्षा और करियर निर्माण में यदि कोई समस्या आती है ,तो वो उसे दूर करने में भी समाज के विद्यार्थियों की मदद करने की तत्पर है.

कार्यक्रम के प्रारंभ में जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना लाल मोहम्मद सिद्दीकी ने कुरान की तिलावत करते हुए तालीम के क्षेत्र में पिछड़े मुस्लिम समाज के कारणों पर बारीकी से रोशनी डालते हुए कौम के बच्चों के लिए बेहतर कोचिंग सेंटर खोलने पर जोर दिया.
मुस्लिम इंतजामिया कमेटी के सदर मोहम्मद मंजूर कुरेशी ने बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए मुस्लिम मुसाफिर खाना में कोचिंग सेंटर की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया. मौलाना मीर मोहम्मद ने दीनी और दुनियावी तालीम पर जोर देते हुए कहा शिक्षा की रोशनी समाज के हर तबके तक पहुंचे, इसके लिए के लोगों को आगे आने की बेहद जरूरत है.

इस अवसर पर रामसर के एसीबीओ हाजी लतीफ खान, कारी मुख्तियार अशफाकी, सचिव आदिल भाई, मुस्लिम युवा कमेटी के सदर अबरार मोहम्मद, व्याख्याता हाजी अनीस अहमद, व्याख्याता इदरीश कुरैशी, मास्टर वसीम मुगल, मास्टर जुमा खान, मास्टर बहादुर अली, एसीबी के हनीफ खान ने भी समाज की बेहतरी के लिए तालीम को बढ़ावा देने इत्यादि बारीकियों पर विचार रखें.

इस अवसर पर मौलाना निहालुदीन, मौलाना रहमतुल्लाह खान, दावते इस्लामी के आमीन भाई कोटवाल, मौलाना उर्स सिकंदर, मौलाना अमीन सिद्दीक़ी, मौलाना मुनव्वर क़ादरी, मौलाना शेर मोहमद सिद्दीक़ी, मौलाना शकरुद्दीन लूनु, हारून भाई कोटवाल, भूटा खान जुनेजा, मुख्तियार नियारगर, जियाउल मुस्तफा के सदर कमरूदीन कुरेशी, खजांची वसीम बैग, सचिव बहादुर शाह, हाजी अयुब तेली, बरकत खिलजी इत्यादि समाज के प्रबुद्धजन मौजूद रहे. कार्यक्रम के दौरान अतिथियों का कमेटी की ओर से गुलपोशी द्वारा सम्मान किया गया. संचालन अबरार मोहम्मद ने किया.

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