विभिन्न संगठनों ने कांजी हाउस में चारे में रेत की मिलावट और दूषित पानी के आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
Trending Photos
Pachpadra: राजस्थान के बाड़मेर के बालोतरा नगरपरिषद की कांजी हाउस गौशाला में गौवंश की मौत पर गहलोत सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए. कांजी हाउस संचालन में लापरवाही बरतने पर नगरपरिषद के दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. स्वायत शासन विभाग के निदेशक ह्रदेश कुमार शर्मा ने आदेश जारी कर दोनों अधिकारियों का मुख्यालय भरतपुर कर दिया.
कांजी हाउस में लापरवाही पर गौ सेवा आयोग अध्यक्ष मेवाराम जैन ने दो दिन पहले ही कांजी हाउस का दौरा कर जांच कमेटी का गठन किया था. जांच कमेटी की रिपोर्ट में कांजी हाउस में चारे पानी का अभाव समेत कई लापरवाही पाई गई थी. जिस पर आयुक्त और सफाई निरीक्षक की लापरवाही मिलने पर दोनों को निलंबित किया कर दिया गया है.
आपको बता दें कि 4 दिन पहले कांजी हाउस में करीब 20 नंदी की मौत और परिसर के बाहर करीब 100 गौवंश के शव मिलने पर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया था. वही विभिन्न संगठनों ने कांजी हाउस में चारे में रेत की मिलावट और दूषित पानी के आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
मामले में गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष मेवाराम ने भी कांजी हाउस का निरीक्षण कर निष्पक्ष जांच के साथ दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए थे. वही पूरे मामले में अब राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का भी दौर शुरू हो गया. प्रतिपक्ष नेता मेहबूब खान ने नगरपरिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग उठाई और गौ वंश मौत में दोषी कर्मचारियों और ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
इस मामले को विधायक मदन प्रजापत ने शर्मनाक बताया और कहा जो भी दोषी होगा सख्त कार्रवाई होगी. इधर बीजेपी के कई पार्षदों और पदाधिकारियों ने इस मामले को गम्भीर बताते हुए कांजी हाउस के रखरखाव में होने वाले खर्च को सार्वजनिक करने की मांग की है.
ये भी पढ़ें: शिशु नर्सरी में हीट बढ़ने से दो नवजात की मौत, कुछ देर पहले ही मां दूध पिलाकर गई थी
ये भी पढ़ें: कल आसमान में दिखेगा अद्भुत नजारा, एक सीध में 4 ग्रह करेंगे परेड, आप भी देख पाएंगे ये खगोलीय घटना