बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र मीठे का तला गांव में कृषि कुएं की खुदाई के दौरान मजदूर दबने के मामले में 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक मजदूर को बाहर निकालने में सफलता हाथ नहीं लगी है.
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चौहटन: बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र मीठे का तला गांव में कृषि कुएं की खुदाई के दौरान मजदूर दबने के मामले में 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक मजदूर को बाहर निकालने में सफलता हाथ नहीं लगी है. सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ का स्थानीय लोगों के सहयोग से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. एसडीआरएफ की टीम लगातार चार जेसीबी मशीनों की सहायता से कुएं में दबे युवक को बाहर निकालने का प्रयास कर रही है, लेकिन बार-बार कुए की मिट्टी ढ़हने के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है. गौरतलब है कि मीठे का तला में कृषि कुएं की खुदाई के दौरान करीब 32 फीट की गहराई में मजदूर नेहरू राम खुदाई करा था.
खाई का रास्ता बनाया जा रहा
इस दौरान अचानक हुए की मिट्टी ढ़ह गई और वह नीचे दब गया. जिसके बाद से ही मौके पर स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जमा है, सेड़वा उपखंड अधिकारी रामजीराम धनाऊ थाना पुलिस की निगरानी में रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. मजदूर को बाहर निकालने के लिए कुएं के पास से ही ट्रैक्टर और 4 जेसीबी मशीनों की सहायता से एक खाई का रास्ता बनाया जा रहा है.
जिला स्तरीय कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा
हादसे को 24 घंटे बीत जाने के बाद भी बाड़मेर जिला कलेक्टर सहित जिला स्तरीय कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है, जिसके बाद से ही स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश का माहौल है. हादसे के बाद मजदूर नेहरू राम के परिजनों का भी बुरा हाल है. चिड़वा उपखंड अधिकारी रामजीवन राम का कहना है कि मजदूर को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. एक मशीन को भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाया गया है, जिसके आने के बाद इस रेड रेस्क्यू ऑपरेशन को और गति मिलेगी.
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