प्रसूता की मौत के बाद इलाज कर रही महिला डॉक्टर ने भी की आत्महत्या
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प्रसूता की मौत के बाद इलाज कर रही महिला डॉक्टर ने भी की आत्महत्या

प्रदेश के दौसा जिले के लालसोट कस्बे में एक महिला डॉक्टर ने मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. डॉक्टर के खिलाफ सोमवार को उसके प्राइवेट अस्पताल में एक गर्भवती की मौत के बाद इलाज में लापरवाही का मामला दर्ज किया गया था.

प्रसूता की मौत के बाद इलाज कर रही महिला डॉक्टर ने भी की आत्महत्या

भीलवाड़ा: प्रदेश के दौसा जिले के लालसोट कस्बे में एक महिला डॉक्टर ने मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. डॉक्टर के खिलाफ सोमवार को उसके प्राइवेट अस्पताल में एक गर्भवती की मौत के बाद इलाज में लापरवाही का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने मंगलवार को कहा कि ऐसी संभावना है कि 42 वर्षीय डॉक्टर अर्चना शर्मा ने मामला दर्ज होने के बाद  दहशत में यह कदम उठाया.

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दूसरी ओर डॉक्टर अर्चना की आत्महत्या के बाद विरोध में उतर भीलवाड़ा के चिकित्सकों ने सभी प्राइवेट अस्पतालों में हड़ताल की घोषणा की है. भीलवाड़ा आईएमए ने भी आत्महत्या के लिए कथित तौर पर उकसाने वाले दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. आईएमए के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ. दुष्यंत शर्मा के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में डॉक्टर कलेक्ट्री पहुंचे और जमकर नारेबाजी की.

चिकित्सकों और नर्सिंग स्टॉफ की ओर से दिये गये ज्ञापन में सभी निजी चिकित्सा संस्थान व इमरजेंसी आज सुबह 6 से अगले दिन सुबह 6 बजे तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है. डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टॉफ ने मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को और डीजीपी के नाम पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया है. 

प्रसूता की हो गई मौत
डॉक्टर कैलाश काबरा ने कहा कि लालसोट की डॉक्टर अर्चना शर्मा ने सुसाइड कर लिया है. कल एक मरीज की मृत्यु हो गई थी. मरीज को पीबीएच हुआ था. इसी के कारण पूर्व में स्मिता पाटिल की भी मौत हो गई थी. उन्हें भी डॉक्टर बचा नहीं पाये थे. उन्होंने कहा कि प्रसूता को यह प्रसव या सिजेरियन के बाद हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद मरिज के परिजनों, वहां के प्रशासन, पुलिस और मीडिया ने काफी फोर्स किया. इसके चलते डॉ. अर्चना का मन इतना विचलित हुआ कि उन्होंने सुसाइड कर लिया, जबकि डॉक्टर अर्चना ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उनकी कोई गलती नहीं थी. मरिज को बीपीएच हुआ था, उसने बचाने की पूरी कोशिश की थी.

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हत्या का केस लगाने से विचलित हुई डॉक्टर
डॉक्टर काबरा ने कहा कि डॉक्टर अर्चना पर हत्या का केस लगाया गया. जिससे विचलित और मानसिक रूप से प्रताड़ित होने के बाद उन्होंने सुसाइड कर लिया. उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स को अगर इस तरह से प्रताड़ित किया जायेगा तो वे इलाज करने से डरेंगे. वे, बीमार का इलाज नहीं कर पायेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलता, वे, लगातार धरना-प्रदर्शन करते रहेंगे. डॉक्टर काबरा ने कहा कि धारा 302 को हटाना अति आवश्यक है. अन्यथा इस तरह डॉक्टर इलाज करना बंद कर देंगे. उन्होंने कहा कि अगर 302 नहीं लगाई जाती तो डॉक्टर अर्चना आज हमारे बीच होती.

 

Reporter: Dilshad khan

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