Bhilwara news: भीलवाड़ा में महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन महाराज के जन्मोत्सव के अवसर पर 251 फीट की लंबी डेट फीट चौड़ी भगवा पगड़ी पहना कर आयोजन किया गया.
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Bhilwara: राजस्थान के जिला भीलवाड़ा के हरी सेवा उदासीन आश्रम में आज भव्य समारोह में महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन महाराज को भगवा पगड़ी पहनाया गया. इस कार्यक्रम को राजस्थानी जनमंच अध्यक्ष कैलाश सोनी के नेतृत्व में 251 फीट की लंबी डेट फीट चौड़ी भगवा पगड़ी को 36 जातियों के प्रतिनिधियों ,वरिष्ठजन प्रबुद्ध जनों महिलाओं युवतियों बच्चों युवा वर्ग द्वारा हाथ लगाकर मेवाड़ की आन बान और शान भगवा पगड़ी को लगभग आधे घंटे की कड़ी मेहनत के बाद पहनाया गया. इस पगड़ी पर सिरपेज कलंगी सबको आकर्षित कर रही थी.
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पहली बार 251 फीट की विशालकाय पगड़ी को बांधा गया
मेवाड़ की सबसे बड़ी पगड़ी को पहनने के बाद इसकी ऊंचाई लगभग 2.5 फीट और उसकी चौड़ाई लगभग 3 फीट की हो गई थी. मेवाड़ क्षेत्र में पगड़ी को आन बान शान के रूप में देखा जाता है और मेवाड़ में पहली बार 251 फीट की विशालकाय पगड़ी को भीलवाड़ा शहर में बांधा गया है. जब इस पगड़ी को लंबी की गई तो एक सिरा मंच पर तो, दूसरा सिरा पंडाल से बाहर तक था. इस पगड़ी की लंबाई देखकर सभी आश्चर्यचकित दंग रह गए.
विशेष रूप से सम्मानित किया
राजस्थानी जनमंच के अध्यक्ष सोनी ने बताया कि महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन द्वारा सनातन संस्कृति के तहत हिंदूओ के 36 जाती को एक साथ एक सूत्र मे बांधने और भीलवाड़ा शहर में अमन चैन शांति के लिए सभी समुदाय को एक जुट कर शांति और सद्भावना के लिए विशेष प्रयास किया ओर भीलवाडा शहर मे शांति का माहौल बनाने का संदेश दिया. साथ ही किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए सभी समुदाय जातियों के लिए हरीसेवा धाम आसाराम के दरवाजे हमेशा खुले रखें, इस को लेकर राजस्थानी जनमंच अध्यक्ष सोनी के नेतृत्व में महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन महाराज का 251 फीट की भगवा पगड़ी को दोपहर 12.15 बजे हरी सेवा धाम में बांधकर विशेष रूप से सम्मानित किया.
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राजस्थानी जनमंच के कार्यकर्ता मौजूद रहें
इस 251 फीट पगड़ी को बांधने के लिए 20 वर्षों से लगातार पगड़ी बांध रहे सुरेंद्र सिंह चुंडावत द्वारा पगड़ी को विशेष रूप से बांधी. इस दौरान राजस्थानी जनमंच के संरक्षक बाबूलाल टांक, कन्हैया लाल स्वर्णकार, शिव प्रकाश चन्नाल, कमलेश भारती, रोहित भरावा, जय नारायण जोशी सहित राजस्थानी जनमंच के कार्यकर्ता मौजूद थे.