मुख्य प्रशिक्षण प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने संम्भागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्था प्रधानो पर विद्यालयों के प्रभावी और सुचारू संचालन और उन्हें अपने स्टाफ सदस्यों की क्षमता और योग्यता का आंकलन कर उनसे विद्यालय और विद्यार्थियों के हित में बेहतर कार्य करवाने की जिम्मेदारी होती है.
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Shahpura: विद्यालयों के नेतृत्वकर्ताओं के प्रशासनिक और प्रबंधन गुणों को अधिक प्रभावी बनाने शिक्षा विभाग और सीमेट गोनेर के तत्वावधान में दस दिवसीय लीडरशीप प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन डाईट शाहपुरा में किया जा रहा है. मुख्य प्रशिक्षण प्रभारी राधेश्याम शर्मा और प्रशिक्षण सहयोगी आशीष जिंदल और अख्तर रिजवी द्वारा निर्धारित कार्यक्रम अनुसार प्रशिक्षण का संचालन किया जा रहा है. डाईट प्रतिनिधियों कैलाश जांगीड, भगवानदास वैष्णव, प्रभागाध्यक्ष कैलाश मण्डेला आदि के द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयन किया जा रहा है. प्रशिक्षण में प्रदेश के विभिन्न जिलों से 55 से अधिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों के संस्थाप्रधान भाग ले रहे हैं.
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मुख्य प्रशिक्षण प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने संम्भागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्था प्रधानो पर विद्यालयों के प्रभावी और सुचारू संचालन और उन्हें अपने स्टाफ सदस्यों की क्षमता और योग्यता का आंकलन कर उनसे विद्यालय और विद्यार्थियों के हित में बेहतर कार्य करवाने की जिम्मेदारी होती है. अतः उन्हे श्रेष्ठ प्रबंधन कर सभी को सकारात्मक कार्य करने प्रेरित करना चाहिए, ताकि सामूहिक प्रयासों से उत्कृष्ट उपलब्धियां अर्जित करना संम्भव हो सकें. उन्होंने कहा कि संस्था प्रधान को प्रशंसा और आलोचना के भी समय समय पर और विवेकपूर्ण उपयोग पर ध्यान दना चाहिए. उन्होंने कहा कि विद्यालय में अनुकूल वातावरण निर्माण होने पर शैक्षिक और सहशैक्षिक हर क्षेत्र में अच्छा कार्य किया जा सकता है.
साथ ही इससे पूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रारम्भ में प्रभावी कार्य संचालन हेतु सात ग्रुपों का गठन धनेश्वर शर्मा, दुर्गा शर्मा, दिनेश जैन, कविता आजवानी, रमेशचन्द्र, ममता पाटीदार, एच आर मीणा के नेतृत्व में किया गया और विषय और बिन्दुवार कार्य निर्धारण कर गतिविधिया प्रारम्भ की गई. कार्यक्रम के दौरान हुई समूह चर्चा में पुष्पा खज्जा, राजेन्द्र पंचाल, ललितलोचन चौबीसा, एच आर मीणा आदि ने भी विचार व्यक्त किएं. प्रशिक्षण व्यवस्थाएं रणवीरसिहं राणावत, सम्पतलाल कोली, त्रिलोकचन्द बलई, देवेन्द्र चावला, सुरेशचन्द्र घूसर आदि के द्वारा की जा रही हैं. प्रशिक्षण के दौरान विषय विशेषज्ञों और वार्ताकारों ने ऑडियो - वीडियो और वार्ताओ के द्वारा विद्यालय प्रबन्धन के विभिन्न बिन्दुओ पर प्रकाश डाला और संभागों की शंकाओं का समाधान भी किया.
Reporter: Mohammad Khan
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