Bikaner, Kolayat News: राजस्थान के बीकानेर जिले के कोलायत कभी सोलर हब बनने की दौड़ में सबसे आगे था, लेकिन फिलहाल अभी इस क्षेत्र में प्लांट के लगने की गति कमजोर हो गई.
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Bikaner, Kolayat News: राजस्थान के बीकानेर जिले को सोलर हब बनाने का सपना साकार तो हो रहा है, लेकिन पूरी तरीके से नहीं हो रहा क्योंकि बीकानेर जिले में तहसील कोलायत कभी सोलर हब बनने की दौड़ में सबसे आगे था. यहा की भौगोलिक परिस्थिति इसके लिए सबसे उपयुक्त है फिर क्यों इस क्षेत्र में प्लांट के लगने की गति कमजोर हो गई. जबकि खाजूवाला कोलायत से इस क्षेत्र में आगे जा रहा है.
कहने को कुछ सोलर प्लांट कोलायत तहसील के गांव में लगे हुए हैं लेकिन जितनी मात्रा में सोलर प्लांट लगने चाहिए उतने नहीं लग पा रहे हैं क्योंकि सोलर हब बनने में कोलायत पीछे रह रहा है. जबकि स्थानीय विधायक ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी है. फिर भी सोलर की बड़ी-बड़ी कंपनिया इस क्षेत्र में आने से संकोच कर रही है, जिसका नुकसान इस क्षेत्र के युवाओं को हो रहा है. रोजगार की संभावना खत्म होने के साथ युवाओं को मायूसी हाथ लग रही है.
इस क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारियों व स्थानीय कुछ राजनेताओं की कमी के कारण बड़ी-बड़ी कंपनियां यहां सोलर हब बनाने के लिए नहीं पहुंच पा रही. कुछ कंपनी के लोगों का कहना है कि कोलायत में हब लगा सकते हैं लेकिन राजनीतिक दबाव व अन्य कारणों के कारण वे इस क्षेत्र में सोलर हब लगाने के लिए नहीं आ पा रहे हैं. कंपनी के अधिकारी दबी ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदारों को काम देने का दबाव भी प्रमुख कारण है. आंकडे बता रहे हैं कि 2021 के बाद कोलायत में सोलर प्लांट लगने की गति मंद सी पड़ गई है.
ग्रामीणों का कहना है कि अगर कोलायत तहसील में सोलर हब बनता है, तो बीकानेर जिले में कोलायत क्षेत्र में सोलर प्लाट से बिजली पैदा करने में नंबर एक पर आ सकता है. साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि कोलायत तहसील के लोगों को प्लांट में रोजगार भी मिलेगा और यहां बाहर की कंपनी आगे आती है, तो लोगों को काफी रोजगार के साधन भी उपलब्ध हो सकते हैं. ऐसे में अब क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को यह तय करना पड़ेगा कि सोलर उर्जा में अव्वलता को लेकर वे कोलायत को किस ओर ले जाएं.