नशा तस्कर सरकारी दवाओं तक की तस्करी करने लग गए हैं.
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Hanumangarh: जिले में नशीली दवा तस्करों (Drug smugglers) के हौंसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब नशा तस्कर सरकारी दवाओं (Government Drugs) तक की तस्करी (Smuggling) करने में लग गए हैं. नशा तस्कर इतने प्रभावी हो चुके हैं कि जिले में नशीले पदार्थ चिट्टा, डोडा पोस्त, अफीम, भांग पर प्रतिदिन कार्रवाईयां हो रही हैं और इसके बावजूद नशा तस्कर इतने बैखोफ हैं कि अब वे सरकारी दवाईयों की भी नशे के रूप में तस्करी करने में लग गए हैं.
जिले में ऐसा मामला सामने आने के बाद जहां पुलिस-प्रशासन के होश उड़े हुए हैं तो वहीं, चिकित्सा विभाग पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.
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दरअसल कुछ दिन पहले टाउन पुलिस ने नशा तस्कर श्योकत (shyokat) से मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना (Mukhyamantri Nishulk Dava Yojana) की 600 नशीली गोलियां पकड़ी थी और ये दवाएं सरकारी चिकित्सालय (Government Hospital) से बाहर मिल नहीं सकती तो ऐसे में पुलिस ने जांच की तो मुख्य सप्लायर जिला औषधि केन्द्र का हैल्पर रिंकू (Rinku) ही निकला.
पुलिस ने मुख्य सप्लायर जिला औषधि केन्द्र के हैल्पर को पकड़ा
इस मामले में टाउन पुलिस ने मुख्य सप्लायर जिला औषधि केन्द्र के हैल्पर रिंकू को पकड़ा तो उसके पास से भी मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना की 400 नशीली गोलियां बरामद हुई और पूछताछ में संविदा पर कार्यरत हैल्पर रिंकू ने बताया कि वह मौका मिलने पर स्टोर से दवाएं निकाल लेता था और आसपास छूपा देता था और फिर शाम को पूरे स्टाफ के जाने के बाद वह दवाएं निकाल कर नशा तस्करों को महंगी कीमतों पर दवाएं बेच देता था.
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जिला कलेक्टर ने पूरे मामले की रिपोर्ट की तलब
मुख्य सप्लायर की गिरफ्तारी के बाद चिकित्सा विभाग ने जब स्टोर की जांच की तो 1200 नशीली गोलियां कम मिली, जिसकी जांच के लिए अब चिकित्सा विभाग ने कमेटी का गठन किया है. वहीं, मामले के सामने आने के बाद जिला कलेक्टर नथमल डिडेल (Nathmal Didel) ने भी पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. सीएमएचओ डॉ नवनीत शर्मा ने बताया कि विभाग सभी दवाओं की ऑडिट करवा रहा है, कई स्तर पर जांच करवा रहा है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो.
पुलिस कार्यप्रणाली पर भी खड़े हो रहे हैं सवाल
मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना की दवाओं की नशा तस्करों द्वारा तस्करी से जहां चिकित्सा विभाग पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या विभाग अपने स्टोर में दवाओं के स्टॉक का मिलान नहीं रखता है, क्योंकि स्टोर का हैल्पर ही दवाएं नशा तस्करों को बेचता रहा और जिम्मेदार अधिकारियों को भनक तक नहीं लगी और विभाग को पता भी चला तो टाउन पुलिस की लगातार कार्रवाईयों के बावजूद बढ़ती नशा तस्करी हनुमानगढ़ को उड़ता हनुमानगढ़ बना रही है, जिससे आपराधिक घटनाओं में भी बढ़ोतरी हो रही है. पुलिस कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं और युवाओं का भविष्य भी गर्त में जा रहा है.
Report- Manish Sharma