कापरेन नगरपालिका बोर्ड की बैठक मंगलवार को पालिका सभागार भवन पर पालिकाध्यक्ष हेमराज मेघवाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई.
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Keshoraipatan: कापरेन नगरपालिका बोर्ड की बैठक मंगलवार को पालिका सभागार भवन पर पालिकाध्यक्ष हेमराज मेघवाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई. बैठक में वीर तेजाजी मेला के आयोजन, अनुकम्पा नियुक्ति को लेकर चर्चा हुई. वहीं बैठक में मेला संयोजक बनाने को लेकर भाजपा पार्षदों ने कड़ा विरोध जताया और पालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की है.
बैठक शुरू हुई और विरोध के चलते बीस मिनट बाद ही पालिकाध्यक्ष ने बैठक समाप्ति की घोषणा कर दी, जिसके बाद भाजपा पार्षदों ने मेला संयोजक नहीं बनाए जाने और बैठक की प्रोसिडिंग की सूचना देने की मांग को लेकर कार्यालय पर नारेबाजी की है. भाजपा पार्षदों ने अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन देकर आपात बैठक बुलाने की मांग की है.
पालिका बोर्ड की बैठक में कांग्रेसी पार्षद दीपक धाभाई को जिला आयोजन समिति सदस्य बनाए जाने पर बोर्ड सदस्यों द्वारा स्वागत के बाद शुरू हुई. बैठक में अधिशासी अधिकारी प्रवीण कुमार ने अनुकम्पा नियुक्ति का प्रस्ताव रखते हुए कहा कि पालिका कर्मचारी शिवकुमार की आकस्मिक मौत के बाद मृतक की पत्नी काजल बाई को अनुकम्पा नियुक्ति देने पर विचार विमर्श किया जाना है.
जिस पर प्रतिपक्ष नेता जितेंद्र पापड़ीवाल, पार्षद सुरेश गुर्जर ने कहा कि पिछले वर्ष पालिका के दो संविदा कर्मचारियों की मौत पालिका के ट्रैक्टर के नीचे दबने हो गई थी, उनके परिजनों को अब तक अनुकम्पा नियुक्ति नहीं दी गई है उन्हें भी देने का प्रस्ताव रखा. साथ ही घटना के बाद हुई सहमति के अनुसार मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख का मुआवजा राशि दिया जाना था जो अब तक नहीं दिया गया है.
मुआवजा दिलाने की मांग रखी जिस पर अधिशासी अधिकारी ने कहा कि संविदा बैठक में वीर तेजाजी मेले के आयोजन को लेकर विस्तार से चर्चा हुई. अधिशासी अधिकारी ने कहा कि कोरोना माहमारी के चलते पिछले दो साल से मेले का आयोजन नहीं हुआ है. इस बार मेले का आयोजन किया जाना है. वर्ष 2019 में सात दिवसीय मेला 15 लाख 28 हजार में आयोजित हुआ था. एक लाख की आय हुई थी, इस पर प्रतिपक्ष नेता ने मेला आठ दिवसीय रखने और बजट बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है.
मनोनीत पार्षद अशोक बाकलीवाल, कांगेसी पार्षद धनराज मीणा ने मेला सात दिवसीय रखने का प्रस्ताव रखा. बाद में सभी पार्षदों की सहमति से मेला आठ दिवसीय भरवाने, मेले का बजट 20 लाख रुपये रखने पर सहमति जताई. साथ ही मेले में आने वाले झूले, चकरी आदि से लिया जाने वाला भुगतान कोरोना महामारी को देखते हुए पहले की तुलना में इस बार आधा ही रखने पर सहमति जताई.
बैठक में मेला संयोजक बनाने को लेकर चर्चा नहीं की जाने पर पालिका उपाध्यक्ष हेमन्त पंचोली ने बैठक में ही मेला संयोजक बनाने की मांग करते हुए पार्षद सुरेश गुर्जर को मेला संयोजक बनाने का प्रस्ताव रखा, जिस पर धनराज मीणा, मनोनीत पार्षद अशोक बाकलीवाल, पालिकाध्यक्ष ने कहा कि इस बार पालिका बोर्ड ही मेले का आयोजन करेगा और संयोजक नहीं बनाया जाएगा.
मेला संयोजक नहीं बनाएं जाने पर भाजपा पार्षदों सहित कुछ निर्दलीय पार्षदों ने कड़ा विरोध जताया और पालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी है. नारेबाजी और हंगामे को देखते हुए पालिकाध्यक्ष ने मेला पालिका बोर्ड द्वारा ही भरवाए जानें की घोषणा करते हुए बैठक समाप्ति की घोषणा कर दी, जिसके बाद कांग्रेसी पार्षद बैठक से चले गए.
वहीं भाजपा पार्षद कुछ देर नारेबाजी करते रहे और बैठक के बाद वीर तेजाजी मेले के आयोजन में मेला संयोजक नहीं बनाए जानें पर भाजपा पार्षदों, भाजपा पदाधिकारियों के साथ काफी देर तक अधिशासी अधिकारी प्रवीण कुमार से काफी देर तक तीखी बहस हुई और मेला संयोजक बनाए जानें की मांग रखी. बाद में अधिशासी अधिकारी के नाम ज्ञापन दिया गया.
Reporter: Sandeep Vyas
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