Mob pelts policemen in Rajasthan: चित्तौड़गढ़ में ग्रामीणों के दो पक्षों के बीच हुए विवाद में समझाईश करने गई पुलिस पर पथराव का मामला सामने आया है. इस पथराव में दो एएसआई, दो हेड कांस्टेबल व दो कांस्टेबल चोटिल हुए. मामला शुक्रवार देररात चंदेरिया थाना क्षेत्र के कश्मोर गांव का है.
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Mob pelts policemen in Rajasthan: चित्तौड़गढ़ में ग्रामीणों के दो पक्षों के बीच हुए विवाद में समझाईश करने गई पुलिस पर पथराव का मामला सामने आया है. इस पथराव में दो एएसआई, दो हेड कांस्टेबल व दो कांस्टेबल चोटिल हुए. साथ ही पुलिस गाड़ी भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई. मामला शुक्रवार देररात चंदेरिया थाना क्षेत्र के कश्मोर गांव का है.
जिसमें शनिवार को चंदेरिया थाने के घोसुण्डा चौकी प्रभारी एएसआई प्रेम गिरी ने 28 लोगों के खिलाफ नामजद प्रकरण दर्ज करवाया है. चंदेरिया थाना एसएचओ लक्ष्मण डांगी के अनुसार घटना के बाद पुलिस टीमें गठित कर आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है. जिसमें दो नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
पुलिस की ओर से दर्ज रिपोर्ट में एएसआई प्रेमगिरी ने बताया कि शुक्रवार रात 10.00 बजे घोसुण्डा चौकी पर ड्यूटी के दौरान उन्हें कश्मोर गांव में विवाद की सूचना मिली थी. इस पर ईएसआई प्रेमगिरी एक कांस्टेबल बद्रीलाल को साथ लेकर घटना स्थल पहुंचे. यहां महिपाल सिंह नाम के युवक के घर के बाहर बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो रखे थे।.
ग्रामीणों की ओर से गाली गलौच करते हुए महिपाल सिंह व उसके रिश्तेदार डूंगर सिंह को जान से खत्म कर देने की बात कही जा रही थी. एएसआई प्रेमगिरी ने चंदेरिया थाने से मौके पर जाब्ता बुला लिया और ग्रामीणों से समझाईश का प्रयास किया. जिस पर ग्रामीण भड़क गए और एएसआई और कांस्टेबल का मोबाइल छीन कर उनकी ओर से बनाए मौके के वीडियों डिलीट कर दिए गए.
इसी बीच चंदेरिया थाने से पुलिस जाब्ता थाने की गाड़ी में सवार होकर घटना स्थल पर पहुंचा. जिसे देख ग्रामीण और भी ज्यादा भड़क गए और सभी ने पुलिस जाब्ते सहित मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया. पथराव में एएसआई प्रेमगिरी, रईस मोहम्मद, हेड कांस्टेबल चांदमल, राजेंद्र सिंह, कांस्टेबल बद्रीलाल व धर्मचंद के चोटें आई है.
एसएचओ लक्ष्मण डांगी ने बताया कि कश्मोर गांव के महिपाल सिंह से गांव के किसी युवक से का झगड़ा हो गया था, जिसमें युवक के साथ मारपीट कर दी गई थी. इस मामलें में पुलिस को शिकायत देने की बजाय ग्रामीणों की ओर से अपने स्तर पर मामलें का निबटारा करने एक बैठक बुलाई. जिसमें महिपाल सिंह को बुलाया गया था.
महिपाल सिंह को ग्रामीणों की ओर से बुलाने पर जब वो नहीं गया, इससे खफा ग्रामीण बड़ी संख्या में इकठ्ठा होकर महिपाल सिंह के घर पहुंच गए. और माहौल खराब होने के बाद तनावपूर्ण स्थिति पैदा ही गई. जिसकी सूचना मिलने पर घोसुण्डा चौकी से एक एएसआई और कांस्टेबल ग्रामीणों से समझाईश करने गए थे.
मामलें में पुलिस ने 28 लोगों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने सहित अन्य आपराधिक धाराओं में केस दर्ज किया है. पुलिस ने इस मामलें में राधेश्याम वैष्णव, सुरेश वैष्णव, पप्पू सेन, सुरेश तेली, प्रकाश सुथार, राजू सुथार, सत्यनारायण सेन, कन्हैया जाट, कमलेश सेन, देवराज सुथार, पुष्कर जाट, राधेश्याम जाट, पूरनदास, सुनील जाट, करण जाट, संजू जाट, किशन जाट, प्रकाश जाट, अभिषेक जाट, गोवर्धन जाट, रतनलाल वैष्णव, लोकेश जाट, राहुल जाट, मदन जाट, अशोक जाट, कैलाश वैष्णव, महेंद्र सेन व किशन सेन को आरोपी बनाया है.