भंवरलाल शर्मा अपने बयानों के चलते देश भर की सुर्खियों में बने रहते थे. शर्मा राहुल गांधी पर भी तीखी टिप्पणी कर चुके थे.
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Churu: सरदारशहर के लोकप्रिय विधायक भंवरलाल शर्मा के निधन के साथ ही राजस्थान की राजनीति में सूनापन आ गया है. साधारण से परिवार में जन्में विधायक पंडित भंवरलाल शर्मा सरपंच से पंचायत समिति प्रधान बने और फिर 7 बार विधायक रहे. रविवार सुबह शहरवासियों को स्तब्ध कर देने वाली खबर मिली. शर्मा का जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान आज सुबह 7.30 पर निधन हो गया. विधायक शर्मा का जन्म 17 अप्रैल 1945 को सरदारशहर तहसील के गांव जैतसीसर में हुआ था. विधायक शर्मा की छवि बेबाक नेता की रही .
शर्मा का विवादों से रहा नाता
चूरू जिले के सरदारशहर में सेवगराम और पार्वती देवी के घर 17 अप्रैल 1945 को भंवरलाल शर्मा का जन्म हुआ था. शर्मा ने 17 साल की उम्र में ही राजनीति में कदम रख दिया था. सबसे पहले सन 1962 में सरदारशहर की जैतसीसर ग्राम पंचायत के सरपंच बने. साल 1962 से 1982 तक सरपंच रहे. इसके बाद 1982 में वे सरदारशहर पंचायत समिति के प्रधान चुने गए. शर्मा ने 1985 में लोकदल से पहला राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने. विधायक बनने के बाद शर्मा ने जनता दल पार्टी ज्वाइन की. 1990 में दूसरी बार विधायक बनने में सफल रहे. दूसरी बार विधायक बनने पर भंवरलाल शर्मा को राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर परियोजना मंत्री बनाया गया. फिर इन्होंने 1996 में राजस्थान विधानसभा उपचुनाव जीता. साल 1998, 2003, 2013 और 2018 के चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर विधायक बने.
जब भंवरलाल शर्मा ने बचाई शेखावत सरकार
राजस्थान में सन 1990 में जब भैरोंसिंह शेखावत के नेतृत्व में भाजपा एवं जनता दल की संयुक्त मोर्चा की सरकार बनीं तब आड़वाणी की रथ यात्रा के विरोध में जनता दल के अचानक 7 कैबिनेट मंत्रियों ने इस्तीफा दिए जाने से सरकार अल्पमत में आ गई थी. इस सियासी संकट के बाद 5 नवंबर 1990 को दिग्विजय सिंह की अगुवाई में जनता दल से 22 विधायक अलग होकर जनता दल- दिग्विजय का गठन किया और भाजपा सरकार को समर्थन दिया. तब जाकर भैरोंसिंह शेखावत सरकार बच पाई. कहते हैं कि शेखावत की सरकार बचाने में भंवरलाल की अहम भूमिका रही थी.
गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल में नहीं मिली जगह
2013 में विधानसभा चुनाव में भाजपा की लहर के बावजूद राजस्थान में जीतने वाले कांग्रेस के उम्मीदवारों में भंवरलाल शर्मा भी शामिल थे. 2018 के विधानसभा चुनाव में भी सातवीं बार वह जीतने में सफल रहे, लेकिन गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल में उन्हें जगह नहीं मिल सकी.
राहुल गांधी, सचिन पायलट पर की थी विवादित टिप्पणी
भंवरलाल शर्मा अपने बयानों के चलते देश भर की सुर्खियों में बने रहते थे. शर्मा राहुल गांधी पर भी तीखी टिप्पणी कर चुके थे. भंवरलाल ने कहा था कि राहुल गांधी चार-पांच जोकरों से घिरे हुए हैं, उन्हें चापलूसों ने घेर रखा है. राहुल गांधी और सचिन पायलट जैसे लोग राजनीतिक विरासत से आए हैं. तब कांग्रेस पार्टी ने उनके इस बयान पर उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था. हालांकि, राजस्थान विधानसभा चुनाव 2008 से पहले फिर से उन्हें बहाल कर दिया गया था.
सोमवार को होगा अंतिम संस्कार
सरदारशहर की विधायक भंवरलाल शर्मा का कल अंतिम संस्कार किया जाएगा. रविवार शाम उनका पार्थिव देह सरदारशहर लाया जाएगा और सोमवार दोपहर को उनके निजी निवास स्थान पर उनके पार्थिव देह को शहरवासियों के दर्शनों के लिए रखा जाएगा. बताया जा रहा है कि दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. अंतिम संस्कार के अवसर पर देश प्रदेश के बड़े नेता शामिल होंगे. वही विधायक शर्मा के निधन की सूचना जैसे ही विधायक समर्थकों को लगी बड़ी संख्या में विधायक समर्थक विधायक निवास पर जुटने शुरू हो गए हैं.
नगर पालिका अध्यक्ष राजकरण चौधरी ने बताया कि ऐसा लग रहा है कि मानों आज सरदारशहर का सूर्य अस्त हो गया हो. उन्होंने कहा कि विधायक शर्मा का निधन पूरे सरदार शहर के लिए ही नहीं बल्कि राजस्थान के लिए एक बड़ी क्षति है. उन्होंने कहा कि उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही है सोमवार को तारानगर रोड स्थित उनके पैतृक खेत में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा जहां पर उनके अंतिम संस्कार को लेकर तैयारियां शुरू की गई है.
Reporter- Gopal Kanwar
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