बांदीकुई से 25 अप्रैल को दिन दहाड़े दोपर एक बजे कॉलेज से घर लौटते समय बड़ियाल रोड से हुए अगवा छात्र अनमोल अरोड़ा को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. दौसा पुलिस ने छात्र को चार दिन बाद सीकर के खंडेला थाना क्षेत्र में स्थित एक होटल से दस्तयाब किया है.
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दौसा: बांदीकुई से 25 अप्रैल को दिन दहाड़े दोपर एक बजे कॉलेज से घर लौटते समय बड़ियाल रोड से हुए अगवा छात्र अनमोल अरोड़ा को पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है. दौसा पुलिस ने छात्र को चार दिन बाद सीकर के खंडेला थाना क्षेत्र में स्थित एक होटल से दस्तयाब किया है. हालांकि, अपहरणकर्ता पुलिस की चंगुल से बाहर है, लेकिन छात्र के सकुशल ओर सुरक्षित मिलने से पुलिस ने राहत की सांस ली है.
एसपी राजकुमार गुप्ता ने छात्र अनमोल अरोड़ा को खुद दौसा से अपनी कार में बांदीकुई ले जाकर बीती रात बारह बजे परिजनों के सुपुर्द किया. वहीं, परिजनों ने पुलिस द्वारा छात्र को सकुशल सुरक्षित दस्तयाब कर लौटने पर एसपी सहित जिले की पुलिस का आभार जताया.
कच्चे रास्ते से जिला पार किए बदमाश
दौसा एसपी राजकुमार गुप्ता ने बताया पूरा प्रकरण पैसों से जुड़ा हुआ है, अब किस तरह का पैसों का प्रकरण है यह आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही साफ होगा. वहीं, एसपी ने बताया आरोपी अपहरण के बाद कच्चे रास्ते से दौसा जिले से बहार निकले और टोल नाको से भी बचे जिसके चलते कही सीसीटीवी कैमरों की जद में नही आ जाए. एसपी ने कहा अपहरण की वारदात को अंजाम देने में 5 से 6 बदमाश शामिल थे जिन्होंने पूरी प्लानिग के साथ अपहरण की वारदात को अंजाम दिया.
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एक फोन कॉल से हुआ मामले का खुलासा
छात्र को दस्तयाब करने में एक फोन कॉल ने पुलिस की मदद की जो अनमोल अरोड़ा के पिता मनीष अरोड़ा के पास आया था. जिसमें छात्र को सीकर जिले के खंडेला में एक होटल में होने की बात कही गयी थी . पुलिस ने उस फोन कॉल को ट्रेस किया और अनमोल को दस्तयाब किया. अब पुलिस अपहरण कांड के बदमाशों की गिरफ्तारी के लिएजगह जगह दबिश दे रही है. एसपी की मानें तो अपहरण कांड के सभी बदमाशों की पहचान कर ली है और जल्द ही उनकी गिरफ्तार भी होगी.
छात्र की तलाश के लिए लगे थे 200 जवान
बता दें छात्र अनमोल अरोड़ा के अपहरण के बाद दौसा जिला पुलिस सकते में थी और लगातार छात्र की तलाश कर रही थी इसके लिए एएसपी लालचंद कायल के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन भी किया गया था जिसमें अन्य जिलों के एक्सपर्ट अधिकारियों सहित करीब 200 पुलिस के जवान शामिल करते हुए 20 टीमों का गठन किया गया. ये टीमें छात्र की तलाश में जिले में और जिले से बाहर कई जगहों पर लगातार दबिश दे रही थीं. साथ ही एसपी राजकुमार गुप्ता के साथ जयपुर रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता भी इस प्रकरण की प्रभावी मॉनिटरिंग कर रहे थे. साथ ही बांदीकुई कस्बे के व्यापारियों में आक्रोश था और डर व भय का माहौल था, लेकिन छात्र के दस्तयाब होने के बाद सभी ने राहत की सांस ली और पुलिस का आभार जताया.
रिपोर्टर- लक्ष्मी अवतार शर्मा