राजस्थान में शुरू हुई 'पानी सियासत', ERCP को लेकर कांग्रेस और BJP आमने-सामने
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राजस्थान में शुरू हुई 'पानी सियासत', ERCP को लेकर कांग्रेस और BJP आमने-सामने

पूर्वी राजस्थान की ईआरसीपी योजना को लेकर कांग्रेस और बीजेपी अब आमने-सामने है. एक ओर जहां कांग्रेस ईआरसीपी योजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित हो, इसके लिए पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा करने की तैयारी कर रही है तो वहीं दूसरी ओर बीजेपीई इसे केवल वोटों की राजनीति बता रहे हैं.

राजस्थान में शुरू हुई 'पानी सियासत', ERCP को लेकर कांग्रेस और BJP आमने-सामने

Dausa: बदलते वातावरण और ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते राजस्थान में ही नहीं बल्कि दुनिया में पानी एक विकराल समस्या बनती जा रही है. हर कोई पानी को लेकर परेशान है तो अब सियासतदान पानी को लेकर सियासत पर उतारू है.

पूर्वी राजस्थान की ईआरसीपी योजना को लेकर कांग्रेस और बीजेपी अब आमने-सामने है. एक ओर जहां कांग्रेस ईआरसीपी योजना को राष्ट्रीय परियोजना घोषित हो, इसके लिए पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों में केंद्र सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा करने की तैयारी कर रही है तो वहीं दूसरी ओर बीजेपीई इसे केवल वोटों की राजनीति बता रहे हैं.

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बीजेपीइयों की मानें तो उनका कहना है देश में 70 साल कांग्रेस ने राज किया लेकिन कभी उन्हें जनता की याद नहीं आई. फिर आज उन्हें पानी की परेशानी क्यों सता रही है. यह महज एक राजनीति है. जनता के साथ छलावा है.

दरअसल राजस्थान में पानी एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है. चाहे फिर वह पेयजल की हो या सिंचाई की पेयजल के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं. सदियों से पानी की समस्या दूर हो, इसके लिए समय-समय पर लोग इलाकों के जनप्रतिनिधियों से गुहार भी लगाते रहे हैं हालांकि नेताओं ने उन्हें भरोसा तो दिया लेकिन समस्या जस की तस है. अब आगामी विधानसभा चुनाव में पूर्वी राजस्थान की ईआरसीपी योजना सियासत दानों के लिए बड़ा मुद्दा बन सकती है. 

क्या कहना है राजस्थान सरकार में कृषि विपणन राज्य मंत्री का
राजस्थान सरकार में कृषि विपणन राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा का कहना है कि पूर्वी राजस्थान पहले हरा भरा था लेकिन अब रेगिस्तान बन गया और जो पश्चिमी राजस्थान रेगिस्तान था, वह हरा भरा है. ऐसे में पूर्वी राजस्थान की ईआरसीपी योजना को केंद्र सरकार राष्ट्रीय परियोजना घोषित करें, जिससे पूर्वी राजस्थान फिर से हरा भरा हो सके. मुरारी लाल मीणा ने कहा अगर केंद्र सरकार ने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया तो 13 जिलों के लोगों के साथ मिलकर एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे. मुरारी लाल मीणा ने यह भी कहा हाल ही बजट में ईआरसीपी योजना के लिए राज्य सरकार ने 9600 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है लेकिन यह योजना करीब 40000 करोड़ रुपये की है ऐसे में इन पैसे से कुछ नहीं हो सकता.

क्या बोले सांसद किरोड़ी लाल मीणा 
वहीं सांसद किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि ईआरसीपी योजना का प्रस्ताव पूर्ववर्ती बीजेपी की वसुंधरा सरकार ने बनाकर केंद्र को भेजा था. ऐसे में कांग्रेस के बेवजह की राजनीति कर रही है. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कांग्रेश 70 सालों से राज कर रही है तब उन्हें पानी की याद क्यों नहीं आई अब विधानसभा चुनाव नजदीक है ऐसे में वोटों की सियासत करना जनता के साथ छलावा है कांग्रेस जो नाटक नौटंकी और ड्रामा कर रही है उसे राजस्थान की जनता सब जानती है और कांग्रेस वास्तव में सीआरसीपी को लेकर ईमानदारी से काम करना चाहती है तो मैं सीएम अशोक गहलोत से कहना चाहता हूं आप खुद मेरे साथ चलें आप के विधायक, सांसद, मंत्री साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य हैं, ऐसे में उन्हें भी साथ ले लें और मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास चलूंगा और उनसे आग्रह करूंगा.

ओछी राजनीति प्रधानमंत्री को पसंद नहीं
वहीं, सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री के बयानों को लेकर जो राजनीति कर रही है. ऐसी ओछी राजनीति प्रधानमंत्री को पसंद नहीं है. किरोड़ी ने कहा कि उन्होंने स्पष्ट रूप से राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने को लेकर कुछ नहीं कहा था हां लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा था कि कुछ तकनीकी रूप से इसका परीक्षण करवाएंगे और प्रधानमंत्री बड़ी ईमानदारी के साथ इसका तकनीकी परीक्षण करवा भी रहे हैं. प्रधानमंत्री दयालु है और गरीब और किसान हित की बात करते हैं. हम सब उनके पास चलेंगे और गुहार लगाएंगे तो मुझे उम्मीद है, वह इस मांग को पूरा कर देंगे .

जनता पानी के लिए दर-दर भटक रही 
वहीं, दौसा जिले की विकराल रूप धारण करती पेयजल समस्या को लेकर अब सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी राजस्थान सरकार के खिलाफ बिगुल बजाने का आहवान कर दिया है. किरोड़ी लाल मीणा ने हाल ही में पीएचईडी मंत्री महेश जोशी से मुलाकात कर दौसा जिले की पानी की समस्या के निदान की मांग की थी और 15 अप्रैल तक का समय दिया था. नहीं तो फिर जिले की जनता के साथ 16 अप्रैल से एक विशाल जनसमूह के साथ बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी थी. किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि भीषण गर्मी का दौर जारी है और जिले की जनता एक की बूंद पानी के लिए त्राहि त्राहि कर रही है लेकिन राजस्थान सरकार और उसके नुमाइंदे चैन की नींद सो रहे हैं और जनता पानी के लिए दर-दर भटक रही है.

पानी को लेकर वोटों की राजनीति और नौटंकी करना जनता के साथ कुठाराघात
सांसद किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि जिले में पानी का उत्पादन कम है और खपत ज्यादा है. साथ ही जो टैंकर सप्लाई व्यवस्था है, वह भी नाकाफी है. ऐसे में वाटर ट्रेन से दौसा जिले की पेयजल आपूर्ति की जाए जिससे जिले की जनता पानी को लेकर परेशान नहीं हो जलदाय विभाग द्वारा जिला मुख्यालय पर जब 6 दिन में एक बार नलों में पानी सप्लाई किया जाता है तो जिले के ग्रामीण अंचल के क्या हालात होंगे यह खुद समझ सकते हैं. सांसद किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि सरकार और उसके नुमाइंदे जुबानी जंग करने के बजाए जनता के हित के काम करें, जिससे जनता राहत महसूस करें पानी को लेकर वोटों की राजनीति और नौटंकी करना जनता के साथ कुठाराघात है.

Reporter- LAXMI AVATAR SHARMA

 

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