वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में कोई भी नाम दर्ज होना आसान नहीं है, इसके लिए उसी के अनुरूप काम करना होता है, तब कहीं जाकर वर्ल्ड बुक में जगह मिलती है लेकिन राजस्थान के एक ऐसे कलेक्टर जिन्होंने वह काम कर दिखाया जिसकी तारीफ जिले और प्रदेश में नहीं बल्कि देश और दुनिया में हो रही है.
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Dausa: वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में कोई भी नाम दर्ज होना आसान नहीं है, इसके लिए उसी के अनुरूप काम करना होता है, तब कहीं जाकर वर्ल्ड बुक में जगह मिलती है लेकिन राजस्थान के एक ऐसे कलेक्टर जिन्होंने वह काम कर दिखाया जिसकी तारीफ जिले और प्रदेश में नहीं बल्कि देश और दुनिया में हो रही है. कलेक्टर की कार्यशैली ने जिले वासियों का भी मन मोह लिया है. हम बात कर रहे है दौसा कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी की, जिनके कारनामे का गुणगान आज पूरी दुनिया कर रही है. यह दौसा जिले का भी सौभाग्य है कि कलेक्टर कमर चौधरी ने दौसा का नाम विश्व पटल पर दर्ज करवा दिया है.
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दरअसल दौसा कलेक्टर कमर चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मुख्य सचिव उषा शर्मा के निर्देश पर जिले में नवाचार करते हुए मिशन आर्या का गठन किया. मिशन आर्या के तहत कलेक्टर ने जिले के बच्चों को लेकर एक कार्य योजना तैयार की और उसी कार्य योजना ने दौसा जिले का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करवा दिया है.
कलेक्टर ने बीड़ा उठाया और बच्चों को गुड-टच, बैड-टच को लेकर जागरूक करना है.कलेक्टर कमर चौधरी ने अपनी टीम के साथ जिले की सरकारी और निजी 2600 स्कूलों में पढ़ने वाले साढे तीन लाख से अधिक बच्चों को एक साथ बुरा स्पर्श और अच्छे स्पर्श की शिक्षा दी, जिससे बच्चे आए दिन होने वाली यौन उत्पीड़न की घटनाओं का शिकार नहीं हो सके.
बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न की घटना दौसा जिले की या राजस्थान की नहीं है बल्कि देश और दुनिया की बड़ी समस्या बनती जा रही है, जहां दुराचारी लोग अपनी हवस की भूख मिटाने के लिए अबोध और मासूम बच्चों को अपना शिकार बनाते है लेकिन दौसा कलेक्टर कमर चौधरी ने एक ओर जहां दौसा जिले के साढे तीन लाख स्कूली बच्चों को गुड़ टच और बैड टच की शिक्षा देकर यौन उत्पीड़न के शिकार होने से बचाया.
वहीं पूरी दुनिया को एक बड़ा संदेश भी दिया और जब कलेक्टर कमर चौधरी की इस मुहिम की भनक वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन की टीम को लगी तो वह भी अभियान की सत्यता की जांच के लिए दौसा पहुंची और जब अभियान जांच में सत्य पाया गया तो वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड की टीम ने कलेक्टर की गुड़-टच, बैड-टच मुहिम को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया है और इसके लिए कलेक्टर कमर चौधरी को सम्मान स्वरूप वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन की तरफ से सर्टिफिकेट भी भेंट किया गया है.
10 अप्रैल 1991 को दौसा को जयपुर से अलग कर नया जिला घोषित किया था तब से लेकर अब तक जिले में 27 कलेक्टर पद स्थापित रहे लेकिन 28वें कलेक्टर के रूप में पद स्थापित हुए कमर उल जमान चौधरी ने जिले का नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज करवा दिया जो आज तक जिले में पद स्थापित कोई भी कलेक्टर नहीं कर सका है, इसके लिए कलेक्टर कमर चौधरी की कार्यशैली काबिले तारीफ है.
Reporter: Laxmi Sharma
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