जिले की सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के अभाव और मूलभूत सुविधाओं की कमी के चलते ग्रामीण और बच्चे आए दिन स्कूलों में तालाबंदी कर नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
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Bandikui: दौसा जिले की सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था लगातार बदहाल होती जा रही है लेकिन शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी हैं कि आंखें मूंदे बैठे हुए हैं.
जिले की सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के अभाव और मूलभूत सुविधाओं की कमी के चलते ग्रामीण और बच्चे आए दिन स्कूलों में तालाबंदी कर नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. स्कूल खुलने के साथ ही अब तक जिले की कई सरकारी स्कूलों में तालाबंदी की घटनाएं सामने आ चुकी हैं लेकिन उसके बावजूद भी जिले का शिक्षा विभाग लापरवाह बना हुआ है.
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आज दौसा के बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र के झुपड़ीन गांव में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों के अभाव के चलते अभिभावकों ने बच्चों के साथ मिलकर स्कूल के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और सरकार और शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया. बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि आठवी तक कि स्कूल में प्रधानाध्यापक सहित महज 3 शिक्षक पद स्थापित हैं, जिसके चलते आठवीं तक की कक्षाओं को बच्चों को पढ़ाना मुश्किल हो रहा है. 3 शिक्षक और 8वीं तक स्कूल ऐसे में स्कूल में एक साथ 3-3 कक्षाओं को बिठाकर शिक्षक पढ़ाई करवा रहे हैं, जिसके चलते किसी भी कक्षा के बच्चे की ठीक से पढ़ाई नहीं हो पा रही.
क्या कहना है ग्रामीणों का
ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या स्कूल में पिछले एक साल से बनी हुई है और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को पूर्व में कई बार अवगत करवा दिया गया लेकिन वहां से कोरे आश्वासन मिले लेकिन शिक्षक आज तक स्कूल में नहीं लगाए गए ऐसे में शिक्षकों की कमी के चलते बच्चों का भविष्य अंधकार में है कई बच्चों के अभिभावक टीसी कटवा कर यहां से ले गए और दूसरे स्कूलों में भर्ती करवा दिया और यही हाल रहा तो एक-एक कर सभी बच्चे यहां से चले जाएंगे ऐसे में स्कूल बंद होने की कगार पर पहुंच जाएगी .
वहीं ग्रामीणों का कहना है इस अव्यवस्था के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी जिम्मेदार हैं. एक ओर जहां सरकार लगातार सरकारी स्कूलें खोल रही है, जिससे दूरदराज गांव ढाणी में कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहे और दूसरी तरफ सिस्टम में जमे लोग लापरवाह बने हुए हैं, जिसके चलते शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रही है.
वहीं ग्रामीणों द्वारा स्कूल के गेट का ताला नहीं खोलने पर स्कूल में पद स्थापित शिक्षक बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल के बाहर ही लेकर बैठ गए. वहीं, जिले में शिक्षकों की कमी को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है. जिले में चार हजार से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त है, जिसके चलते थोड़ी परेशानी हो रही है. जल्द ही शिक्षकों की नियुक्तियां होने पर समस्या दूर हो जाएगी. फिलहाल इधर उधर से शिक्षकों की व्यवस्था कर पढ़ाई बाधित नही होने दी जाएगी.
Reporter- LAXMI AVATAR SHARMA
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