कम्पनी की ओर से 50 करोड़ कीमत का बायोफ्यूल प्लांट स्थापित किया जायेगा. प्लांट के स्थापित होने से क्षेत्र के 2500 से अधिक बेरोजगार लोगों को रोजगार भी मिलेगा.
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Aspur: डूंगरपुर जिले के आसपुर में एलिस बायोफ्यूल्स व मीरा क्लीन फ्यूल्स लिमिटेड कम्पनी की ओर से काश्तकारों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में कम्पनी की ओर से नेपियर घास की उपज व उसके फायदों के बारे में बताया गया. कार्यशाला के मुख्य अतिथि आसपुर विधायक गोपीचंद मीणा रहे.
आसपुर में एक निजी सभागार में आयोजित कार्यशाला में मीरा क्लीन फ्यूल्स के बीडीएम कमलेश सेन ने बताया की देश में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते जहां खनिज तेल के विकल्प पर अनुसन्धान चल रहे है वहीं कम्पनी की ओर से नेपियर घास से बायो फ्यूल्स बनाने का पायलट प्रोजेक्ट तैयार हो गया है.
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इसको लेकर जल्द ही आसपुर में प्लांट लगाया जायेगा. इसमें आसपुर व साबला ब्लाक के ईच्छुक किसानों को नेपियर घास की खेती का प्रशिक्षण देकर कम्पनी के साथ एग्रीमेंट में नेपियर घास कम्पनी खरीदेगी. करार के अनुसार इसका सर्टिफाईड बीज भी कम्पनी की ओर से निशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि कम्पनी की ओर से 50 करोड़ कीमत का बायोफ्यूल प्लांट स्थापित किया जायेगा. प्लांट के स्थापित होने से क्षेत्र के 2500 से अधिक बेरोजगार लोगों को रोजगार भी मिलेगा. उन्होंने नेपियर घास को लेकर बताया कि एक बार घास के बीज की बुवाई के बाद 5 से 6 साल तक कटाई होती रहेगी.
जो कम्पनी सीधे किसानों से खरीदेगी. इसमें प्रति हेक्टेयर लगभग 8 से 10 लाख की पैदावार होगी. इस अवसर पर आसपुर विधायक गोपीचंद मीणा ने भी कार्यशाला को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा नेपियर घास के उत्पादन से किसानों की तस्वीर बदल सकती है. ऐसे में उन्होंने किसानों से नेपियर घास उगाने के लिए आव्हान किया.
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की खेती करने से किसानों की खेती करने के लिए बार-बार लगने वाली लागत से भी निजात मिलेगी एवं कम लागत पर मोटा मुनाफा होगा.
Reporter-Akhilesh Sharma
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