Neem Ka Kadha: नीम का पेड़ ऐसा होता है, जो की सदियों से ही कई बीमारियों के इलाज में कारगर माना गया है. न केवल नीम की टहनी बल्कि इसके पत्ते और इसके फव भी सेहत की कई दिक्कतों को दूर करने का काम करते हैं लेकिन अगर आप नियमित रूप से नीम के काढ़े का सेवन करते हैं तो आपको कई तरह की दिक्कतों से आराम मिलेगी. आज आपको बताएंगे कि नीम का काढ़ा पीने से आपके शरीर से कौन सी 6 बीमारियां दूर होती हैं.
सुबह सवेरे नीम के काढ़े का खाली पेट सेवन करने से शरीर में जमा सभी तरीके जहरीले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं. इसमें आप शहद मिलाकर भी पी सकते हैं.
जो लोग नियमित रूप से नीम का काढ़ा पीते हैं या उससे कुल्ला करते हैं तो उनमें मुंह से जुड़ी दिक्कतें दूर होती है. इससे मसूड़ों से खून आने की शिकायत दूर होती है. दांतों में मजबूती आती है. इसके साथ ही मुंह की बदबू से भी छुटकारा मिलता है.
खून की सफाई करने में नीम का काढ़ा काफी लाभदायक माना जाता है. इसके साथ ही इसके सेवन से शरीर का बैड कोलेस्ट्रॉल घटाने में भी सहायता मिलती है.
जो लोग नीम के काढ़े से गरारा करते हैं, उससे उन्हें गले में सूजन और दर्द से राहत मिलती है. नीम के काढ़े में एंटी-इन्फ्लेमेटरी एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं.
नीम के काढ़े में कई तरह के एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं. इसके नियमित सेवन से शरीर संक्रमण से बचा रहता है. इसके साथ ही स्किन भी ग्लोइंग बनती है.
जो लोग नीम का काढ़ा पीते हैं, उससे उनका मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और शरीर में भोजन भी ठीक से पचता है. इससे बॉडी की एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होती है और मोटापा नहीं बढ़ता है.
नीम का काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले आपको ताजी नीम की कुछ पत्तियां लेनी हैं. इन्हें अच्छे से साफ कर लेना है. इसके बाद एक भगोने में दो गिलास पानी डालकर उबालना है. जब ठीक से नीम की पत्तियां उबल जाएं और पानी आधा रह जाए तो इसमें दो चुटकी नमक मिलाकर गैस बंद कर दें. इसके ठंडा हो जाने के बाद इसमें शहद मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है.
Disclaimer: यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली गई है. इन्हें अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
ट्रेन्डिंग फोटोज़