Diabetes Control Tips: अनहेल्दी लाइफ़स्टाइल और खराब खानपान के चलते आजकल ज्यादातर लोग डायबिटीज बीमारी का शिकार हो रहे हैं 10 से से 6 लोग डायबिटीज के शिकार पाए जाते हैं. इसकी वजह से उनकी रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है. यह बात तो आपको पता ही है कि डायबिटीज खान-पान से जुड़ी बीमारी होती है. इस बीमारी का शिकार लोगों को सबसे ज्यादा अपनी डाइट का ही ध्यान रखना पड़ता है. कहते हैं कि एक बार अगर डायबिटीज बढ़ जाए तो उसका कोई इलाज नहीं है लेकिन इसके बावजूद आप अपनी लाइफस्टाइल में कुछ चेंजेस करके, दवाइयों के सेवन और डाइट में बदलाव करके इसे मैनेज जरूर कर सकते हैं.
डायबिटीज से लड़ने के लिए एक तरफ जहां डॉक्टर तरह तरह के सुझाव देते हैं, वहीं कई घरेलू नुस्खे भी अपनाए जाते हैं. अक्सर आपने देखा होगा कि लोग डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए दूसरों से सलाह मांगते रहते हैं. ऐसे में आपको बता दें कि आप घर में ही यह अनोखा कारगर उपाय अपनाकर अपनी डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल में रख सकते हैं. आपने ध्यान दिया होगा कि घर में जब भी कभी बासी रोटी बच जाती है तो लोग उसे या तो गाय को दे देते हैं या तो फेंक देते हैं पर ऐसा नहीं करना चाहिए.
कई हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डायबिटीज के मरीजों के लिए बासी रोटी काफी लाभदायक मानी जाती है. यह रोटी करीब 12 से 15 घंटे पुरानी होनी चाहिए और इसको सुबह सवेरे कुछ खास चीजों के साथ ही खाना चाहिए. तभी इसके फायदे मिल सकते हैं. बता दें कि डायबिटीज के मरीजों को हमेशा बासी रोटी को सुबह के समय दूध या सब्जी के साथ खाना चाहिए. इससे डायबिटीज का लेवल नहीं बढ़ता है.
ध्यान रहे कि जो दूध आप इस्तेमाल कर रहे हैं, वह नॉर्मल रूम के तापमान जैसा ठंडा होना चाहिए. उसके साथ ही आपको दूध की मलाई निकाल देनी है. इसे खाने के लिए आपको बासी रोटी को दूध में मसल कर रख देना है. 15 से 20 मिनट तक छोड़ देना है. इसके बाद आपको इसका सेवन करना चाहिए. अगर आप ऐसा करते हैं तो आपकी शुगर काफी हद तक कंट्रोल होगी.
अब आप सोच रहे होंगे कि बासी रोटी की मदद से डायबिटीज को कैसे कंट्रोल में किया जा सकता है तो इसके पीछे कि हम साइंटिफिक वजह बताते हैं. जानकारी के मुताबिक, जब रोटी 12 घंटे तक रखी रहती है तो हवा के कॉन्टैक्ट में आने के चलते उसकी बनावट, स्वाद और स्टार्च की संरचना में बदलाव आ जाता है. रोटी में मौजूद स्टार्च रेसिस्टेंट फाइबर का रूप ले लेता है. इससे यह चीजें जल्दी से ग्लूकोज में नहीं बदलती हैं. रात भर में रोटी का स्टार्च रेसिस्टेंट इस कदर बढ़ जाता है कि यह डायबिटीज के रोगियों के लिए नुकसानदायक नहीं होती है.
बता दें कि बासी रोटी डायबिटीज के मरीजों के साथ साथ हाई ब्लड प्रेशर की समस्या में भी मदद करती है. इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है हालांकि डायबिटीज के मरीजों को अगर ताजी रोटी खानी है तो उन्हें मक्का बाजरा ज्वार या चने के आटे की रोटी खानी चाहिए. ज्वार के आटे की रोटी सबसे ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है. इसमें डायट्री फाइबर, प्रोटीन और मैग्नीशियम मौजूद होता है. यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है.
Disclaimer: दी गई जानकारी इंटरनेट पर मौजूद कंटेंट से तैयार की गई है. इसे फॉलो करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से बात जरूर कर लें.
ट्रेन्डिंग फोटोज़