प्राचीन काल से लेकर आज तक महिलाओं ने अपने बलबूते पर हर क्षेत्र में नए मुकाम हासिल किए है. राजनीति हो कारोबार हो खेल हो या रक्षा क्षेत्र हर क्षेत्र में महिलाओं के योगदान को कम करके आंकने की भूल नहीं करना चाहिए. ऐसी ही कुछ महिलाओं के बारे में आज हम आपकों बताने जा रहे है जिन्होने राजस्थान के इतिहास में भी अपना नाम स्वर्णअक्षरों में लिख लिया है.
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Jaiipur: प्राचीन काल से लेकर आज तक महिलाओं ने अपने बलबूते पर हर क्षेत्र में नए मुकाम हासिल किए है. राजनीति हो, कारोबार हो, खेल हो या रक्षा क्षेत्र, हर क्षेत्र में महिलाओं के योगदान को कम करके आंकने की भूल नहीं करनी चाहिए. ऐसी ही कुछ महिलाओं के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं. जिन्होने राजस्थान के इतिहास में भी अपना नाम स्वर्णअक्षरों में लिखवा लिया है.
1- महारानी गायत्री देवी- महारानी गायत्री देवी का जन्म 23 मई 1919 लंदन में हुआ. इनका नाम दुनिया की 10 सबसे सुदंर महिलाओं में लिया जाता था. जिसे वोग मैगजीन ने चुना था. महारानी गायत्री देवी ने जब राजनीति में प्रवेश किया तो जयपुर से भाजपा की सांसद चुनी गई. भारत में इमरजेंसी के दौरान गायत्री देवी को जेल में डाल दिया गया था. 29 जुलाई 2009 रानी गायत्री का जयपुर में निधन हो गया.
2- यशोदा देवी- देश की आजादी के बाद राजस्थान में पहली बार विधानसभा का चुनाव साल 1952 में हुआ, हालांकि इसमें राज्य की किसी महिला उम्मीदवार ने जीत नहीं दर्ज कर सकी थी. लेकिन उसके बाद 1953 में हुए उपचुनाव में बांसवाड़ा विधानसभा सीट से यशोदा देवी चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने वाली राज्य की पहली महिला विधायक बनने का गौरव हासिल किया.
3- प्रतिभा पाटिल- प्रतिभा पाटिल राजस्थान की पहली महिला राज्यपाल बनी और भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनने का सौभाग्य भी इनको हासिल है. प्रतिभा पाटिल 2007 से 2012 तक इस पद पर रहीं. 1 जून 2019 को भारत की पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को विदेशियों को दिए जाने वाले मेक्सिको के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ऑर्डेन मेक्सिकाना डेल एग्वेला एज्टेका’ (ऑर्डर ऑफ एज्टेक ईगल) से सम्मानित किया गया. प्रतिभा पाटिल ये पुरुस्कार पाने वाली भारत की दूसरी राष्ट्रपति बनी.
4-शारदा भार्गव- राजस्थान से पहली महिला राज्यसभा सदस्य शारदा भार्गव महिलाओं में तीन बार प्रदेश से राज्यसभा में सांसद के रूप में पहुंची
5- वसुंधरा राजे- वसुंधरा राजे राजस्थान की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी. 1987 में वसुंधरा राजस्थान बीजेपी की उपाध्यक्ष रही. 1987 में वसुंधरा राजस्थान बीजेपी की उपाध्यक्ष बनीं थी. उनकी मेहनत और कार्यशैली को देखते हुए 1998- 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी मंत्रीमंडल में राजे को विदेश राज्यमंत्री बनाया गया.
6-सुमित्रा सिंह- राजस्थान विधानसभा की पहली महिला अध्यक्षा सुमित्रा सिंह का जन्म 3 मई 1930 को हुआ था. साल 1957 में अखिल भारतीय कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत पहली बार विधायक बनी. इसके बाद साल 1962 से लगातार चार बार इन्होंने झुंझुनू से विधानसभा चुनाव जीता. साल 2003 में बीजेपी के टिकट पर झुंझुनू से विधायक बनी.
7-कृष्णा पूनियां- पूनिया ने 2006 में दोहा एशियन खेलों में कांस्य पदक जीता. कृष्णा पूनिया ने 46वें ओपन नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता. 2008 बीजिंग ओलंपिक खेलों में भी पूनिया ने हिस्सा लिया लेकिन फाइनल तक नहीं पहुंच पाई. 08 मई 2012 में इन्होंने अपने करियर का सबसे अच्छा प्रदर्शन करते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ में विश्व रिकॉर्ड बनाया.
8-अपूर्वी चंदेला- 2 बार की कॉमनवेल्थ मेडलिस्ट और एशियन गेम्स मेडलिस्ट अपूर्वी चंदेला ने देश के साथ प्रदेश का भी भी नाम रोशन किया है. अपूर्वी चंदेला अर्जुन अवार्डी वर्ल्ड चैम्पियन शूटर भी रह चुकी हैं.
9- जलपरी भक्ति शर्मा- उदयपुर की नन्हीं जलपरी भक्ति शर्मा ने तैराकी के क्षेत्र में पुरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है. उनकी इसी पहचान की वजह से फोर्ब्स की ओर से 2019 के लिए जारी कि गई 'मोस्ट पावरफुल'महिलाओं की सूची में भक्ति शर्मा को भी शामिल किया गया.
10-तनु श्री पारेख- राजस्थान में भारत-पाक की सीमा पर तैनात देश की रखवाली करने वाली बीएसएफ के 40 साल के इतिहास में पहली महिला असिस्टेंट कमांडेंट बनने का गौरव तनुश्री पारेख ने हासिल किया किया है.