सचिन पायलट के कल के दिए गए बयान के बाद अब मुख्यमंत्री गहलोत की ओर से जवाब का इंतजार सियासी हलकों में किया जा रहा था, लेकिन आज गहलोत बोले तो जरूर लेकिन पायलट के बयान का जवाब न देकर राजस्थान की जनता को अपने ही अंदाज में संदेश देने की कोशिश की है.
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Jaipur: राजस्थान कांग्रेस के दो सबसे बड़े नेताओं के बीच इन दिनों चल रही ज़ुबानी जंग में वार-पलटवार का दौर चल रहा है. सचिन पायलट के कल के दिए गए बयान के बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से जवाब का इंतजार सियासी हलकों में किया जा रहा है लेकिन आज गहलोत बोले तो जरूर लेकिन पायलट के बयान का जवाब न देकर राजस्थान की जनता को अपने ही अंदाज में संदेश देने की कोशिश की है.
पायलट के बयान का जवाब सीएम गहलोत ने अपने खास अंदाज में दिए
जिंदगी के एक-एक क्षण तक लोगों की सेवा कर सकूं- सीएम गहलोत
आज CM जयपुर में यूथ बोर्ड के कार्यक्रम में सार्वजनिक तौर पर नजर भी आए लेकिन अपने संबोधन में उन्होंने किसी तरह का सियासी जवाब देने की बजाय प्रदेशवासियों को संदेश देने की कोशिश की है. मुख्यमंत्री ने आज अपने संबोधन में कई महत्वपूर्ण बातों की ओर इशारा किया लेकिन उसमें सबसे अहम जो बातें थी, उसमें से पहली ये कि मुझे तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला है. मेरा फर्ज बनता है कि जब तक मुख्यमंत्री हूं, मेरी जिंदगी के एक-एक क्षण तक लोगों की सेवा कर सकूं. जिससे आखिरी कोने में बैठे लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सके.
अशोक गहलोत भावुक संबोधन देकर कयासों पर लगाया विराम
मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद इस बात की चर्चा शुरू हो गई कि हमेशा आत्मविश्वास से भरे अशोक गहलोत आज इस तरीके से भावुक संबोधन क्यों दे रहे हैं, अपने एक अन्य बयान के जरिए मुख्यमंत्री ने राजस्थान में चल रहे सियासी बदलाव के कयासों पर भी विराम देने की कोशिश की. CM ने कहा कि उन्होंने जिस तरीके से पिछली बार अलग कृषि बजट पेशकर किसानों को बड़ी राहत दी थी, उनकी कोशिश होगी कि अगली बार वे युवाओं पर आधारित यूथ बजट पेश करें.
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मुख्यमंत्री ने इस बयान के जरिए राजस्थान में अपनी अगली साल की योजनाओं का खाका पेश करने की कोशिश की है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आगामी तीन दिनों तक जोधपुर के दौरे पर है. इस दौरान कई बार उनका मीडिया से इंटरेक्शन होगा और पायलट के संबंध में सवाल भी पूछे जाऐंगे, ऐसे में इंतजार रहेगा कि गहलोत अब अपने ढंग से अपने तरीके से सचिन पायलट के बयान का क्या जवाब देते है. अशोक गहलोत का ये बयान ही राजस्थान कांग्रेस की आने वाले दिनों की दशा और दिशा तय करेगा.
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