Ashok gehlot : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की राजस्थान में एंट्री से पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट से खुली बगावत कर दी है. सीएम ने कहा कि उसके पास 10 विधायक भी नहीं है, जिसने पार्टी से गद्दारी की हो, बीजेपी से 10 करोड़ रुपए लिए हो उसे मुख्यमंत्री नहीं बना सकते
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Ashok Gehlot on Sachin Pilot : अशोक गहलोत ने भारत जोड़ो यात्रा की राजस्थान में एंट्री से पहले सचिन पायलट के खिलाफ खुलकर मोर्चा खोल दिया है. अशोक गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट के पास आज के दिन 10 विधायक भी नहीं है. जो गद्दारी कर चुका है. जिसने बीजेपी से 10 करोड़ रुपए लिए जिसके मेरे पास सबूत है. ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री के रुप में स्वीकार नहीं कर सकते है. हाल ही में जब सचिन पायलट ने ये कहा था कि जिन लोगों ने अनुशासन हीनता की है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. उसके बाद खुद गहलोत ने अलवर में जवाब दिया था कि पार्टी की तरफ से हम सबको ये निर्देश दिया गया है कि कोई बयानबाजी न करें, ऐसे में बयानबाजी करना पार्टी के हित में नहीं है.
अशोक गहलोत ने अपने बयान में सचिन पायलट के साथ साथ बीजेपी पर भी सवाल खड़े किए है. सीएम ने कहा कि बीजेपी के ऑफिस से 10 करोड़ रुपए उठे है. उन सब लोगों को पैसे दिए गए जिन्हौने उस समय बगावत की थी. मेरे पास इन सारी चीजों के सबूत है.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि अपने पापों को छिपाने के लिए, फेस सेविंग करने के लिए बीजेपी पर इस तरह के आरोप लगा रहे है. पूनिया ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को ये देखना चाहिए कि गद्दार कौन है. वो पिछले 4 सालों में ये साबित नहीं कर पाए कि गद्दार कौन है. पूनिया से जब ये पूछा गया कि बीजेपी पर पैसे देने का आरोप लगाया जा रहा है तो पूनिया ने कहा कि ये सब बिना आधार पर आरोप लगा रहे है. ऐसे मैं भी कह सकता हूं कि सरकार बचाने के लिए इन लोगों ने कितने अनैतिक कार्य किए. लेकिन बिना सबूतों के किसी पर आरोप नहीं लगाना चाहिए. बीजेपी को सिर्फ कारक बनाने की कोशिश हो रही है जबकि ये उनका अपना झगड़ा है.
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने ज़ी राजस्थान से बात करते हुए कहा कि आरोप लगाने से कुछ नहीं होता. अगर मुख्यमंत्री के पास में सबूत है तो उसे सामने लाना चाहिए. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की अंदरूनी कलह से बचने के लिए भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाए जा रहे है. रामलाल शर्मा ने ये भी कहा कि सीएम को ये लगने लगा है कि आलाकमान अब सचिन पायलट के साथ खड़ा है ऐसे में वो अपनी कुर्सी बचाने के लिए इस तरह के बयान दे रहे है.
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि अगर उनके पास ऐसे सबूत थे. तो इतने दिनों से छिपाए क्यों रखा. राठौड़ ने कहा कि अपनी अंतर्कलह को दूसरे के कंधों में डालने की कोशिश हो रही है. अगर उनके पास सबूत थे तो उन सबूतों के आधार पर एसीबी या एसओजी में जाकर शिकायत क्यों नहीं की. राठौड़ ने कहा कि मुझे लगता है आलाकमान ने जिस तरह से उनको फटकार लगाई है. उसके बाद वो हताशा में ऐसे बयान दे रहे है जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
अशोक गहलोत का ये बयान ऐसे वक्त में आया है जब 24 घंटे भी नहीं बीते है कि सचिन पायलट ने मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के बीच राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की. उसके बाद आज ही बीजेपी नेता गुलाबचंद कटारिया ने ये बयान दिया कि 8 दिसंबर के बाद राजस्थान में बड़ा बदलाव होने वाला है. लेकिन अशोक गहलोत किसी भी हाल में सचिन पायलट को सीएम नहीं देखना चाहते इसलिए बीच का रास्ता निकालते हुए सीपी जोशी को सीएम बनाया जा सकता है.
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