Rajasthan Politics: राजस्थान की सियासी तस्वीर एक वार फिर पटरी पर आती दिखाई दे रही है. CM अशोक गहलोत के करीबी धर्मेद्र राठौड़ के आग्रह पर सचिन पायलट के सिपहसालार माने जाने वाले मुरारी लाल मीणा पहुंचे.
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Rajasthan Politics : रेलवे ट्रैक की दो पटरियां कभी आपस में कभी नहीं मिलती, लेकिन कांग्रेस पार्टी रेल की पटरियों से अलग दिखना चाहती है. शायद इसीलिए कांग्रेस में दो धुर विरोधी माने जाते रहे धड़े भी एक दूसरे के साथ दिखने लगे हैं. वक्त की नजाकत के साथ इन खेमों ने भी शायद यह समझ लिया है कि भले वे एक साथ हो नहीं सकते, लेकिन कांग्रेस की गाड़ी पटरी पर लाने के लिए एक साथ होते दिख तो सकते ही हैं.
पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन के फ्लैग ऑफ कार्यक्रम के बाद इस बात की चर्चा जोरों पर है और इस चर्चा को आधार दे रही है एक नई तस्वीर. यह तस्वीर थी सरकार के मंत्री मुरारी लाल मीणा की, जो पैलेस ऑन व्हील्स के फ्लैग ऑफ कार्यक्रम में अपने परिवार के सदस्यों के साथ पहुंचे थे. हालांकि मुरारी लाल मीणा पर्यटन विभाग के राज्यमंत्री हैं ऐसे में उनका देखे जाना विभाग के कूछ लोगों के लिए आश्चर्य की बात नहीं थी, लेकिन राजनीतिक प्रेक्षकों के नजरिए से इस बात की अलग अहमियत थी. अहमियत इसलिए क्योंकि पिछले महीने 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मुरारी लाल मीणा तो अपने अन्य साथियों के साथ पहुंचे थे, लेकिन आरटीडीसी के चेयरमैन और मुख्यमंत्री के झंडाबरदार धर्मेंद्र राठौड़ की अगुवाई में विधायकों की एक बस अपने इस्तीफे लेकर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के घर पहुंच गई थी.
एक साथ नहीं दिखे मुरारी मीणा और धर्मेंद्र राठौड़
उसके बाद चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने एक बयान जारी करते हुए कांग्रेस के ही 18 विधायकों को बीजेपी की गोद में बैठा हुआ करार दे दिया था. परसादी लाल मीणा के बयानों का खंडन करने के लिए पायलट कैंप की तरफ से मुरारी लाल मीणा ही आगे आए थे. तब उन्होंने यह भी कहा था कि वे मन से कर्म से और विचार से कांग्रेसी है. अपनी इसी बात को मुरारी लाल मीणा ने सरकार के कार्यक्रम में दिखाने की कोशिश भी की. पैलेस ऑन व्हील्स आरटीडीसी की पहल पर टूरिज्म कॉरपोरेशन की देखरेख में ही चलाई जाती है. लिहाजा इसके सर्वे सर्वा धर्मेंद्र राठौड़ ही है. सीधे तौर पर आरटीडीसी के काम में पर्यटन मंत्री का भी दखल नहीं रहता. लेकिन इन सब बातों से अलग हटकर मुरारी लाल मीणा न सिर्फ कार्यक्रम में पहुंचे, बल्कि छात्र संघ चुनाव में एनएसयूआई के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली अपनी पुत्री को भी साथ लेकर पहुंचे थे.
आरटीडीसी के पूर्व चेयरमैन रणदीप धनखड़ के साथ बैठे दिखाई दिए मुरारीलाल मीणा मन से इसका काम में कितने शामिल थे इस बारे में तो उनकी बॉडी लैंग्वेज को लेकर लोक चर्चा करते दिखे, लेकिन परिवार के साथ पहुंचकर उन्होंने यह जरूर दर्शाया कि वे सब बातों को सामान्य रूप में ले रहे हैं.
पैलेस ऑन व्हील्स में एकमात्र सैलून जोधपुर के नाम से
इस बार पैलेस ऑन व्हील्स में सिर्फ एक ही सैलून रखा गया है और उस सैलून का नाम भी जोधपुर पर रखा गया है. मुख्यमंत्री के विश्वस्त धर्मेंद्र राठौड़ ने आरटीडीसी चेयरमैन के रूप में कार्यभार संभालते वक्त भी सीएम गहलोत को बुलाया था और वे पहुंचे भी थे. अब पैलेस ऑन व्हील्स के फ्लैग ऑफ कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री पहुंचे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि धर्मेंद्र राठौड़ ने पैलेस ऑन व्हील्स में जोधपुर सैलून का नाम रखकर मुख्यमंत्री के प्रति आभार और अपनी आस्था जताई है.
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