Jaipur : जल जीवन मिशन के भ्रष्टाचार की होगी जांच, चाकसू विधायक की शिकायत पर 63 करोड़ के घोटाले की जांच के लिए कमेटी का गठन
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan2187337

Jaipur : जल जीवन मिशन के भ्रष्टाचार की होगी जांच, चाकसू विधायक की शिकायत पर 63 करोड़ के घोटाले की जांच के लिए कमेटी का गठन

Corruption in Jal Jeevan Mission : चाकसू बीजेपी विधायक रामावतार बैरवा की शिकायत के बाद फर्मों और इंजीनियर्स में खलबली मच गई है. बैरवा ने मैसर्स हरि इंफ्रा और कैलाश चंद चौधरी फर्म के 63 करोड के कार्यों की शिकायत की. शिकायत के बाद मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के निर्देश पर जेजेएम एमडी ने कमेटियों का गठन किया.

Jaipur : जल जीवन मिशन के भ्रष्टाचार की होगी जांच, चाकसू विधायक की शिकायत पर 63 करोड़ के घोटाले की जांच के लिए कमेटी का गठन

Corruption in Jal Jeevan Mission News : दूदू,फागी और चाकसू में जल जीवन मिशन के भ्रष्टाचार की जांच होगी. चाकसू बीजेपी विधायक रामावतार बैरवा ने जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी को शिकायत के बाद जांच कमेटी का गठन कर दिया. 63 करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में गुणवत्ता से लेकर हर पहलू पर फर्मों और इंजीनियर्स की मिलीभगत की जांच होगी, क्या अब भ्रष्टाचार को लेकर फर्म और इंजीनियर्स की मुश्किलें बढ़ जाएगी. पढ़ें पूरी खबर.

जांच के लिए कमेटियों का गठन

राजस्थान के जल जीवन मिशन में सिरदर्द बढता ही जा रहा है.एक के बाद एक घोटाले और भ्रष्टाचार सामने आ रहे है.अब अलवर,बहरोड,उदयपुर के बाद अब दूदू,फागी और चाकसू की बारी है.

चाकसू बीजेपी विधायक रामावतार बैरवा की शिकायत के बाद फर्मों और इंजीनियर्स में खलबली मच गई है.बैरवा ने मैसर्स हरि इंफ्रा और कैलाश चंद चौधरी फर्म के 63 करोड के कार्यों की शिकायत की.शिकायत के बाद मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के निर्देश पर जेजेएम एमडी ने कमेटियों का गठन किया.

मेजर प्रोजेक्ट्स के लिए एडिशनल चीफ इंजीनियर प्रोजेक्ट राजसिंह चौधरी की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया.प्रोजेक्ट्स के अलावा दूसरे कार्यों की जांच के लिए जयपुर एडिशनल चीफ इंजीनियर सेकंड की अध्यक्षता में जांच शुरू हो गई. वहीं कार्यों की गुणवत्ता के लिए क्वालिटी कंट्रोल चीफ इंजीनियर आरके मीणा को भी खत लिखा गया है.

जेजेएम के कार्यों में फर्जीवाड़ा क्या क्या हुआ

चाकसू विधायक रामावतार बैरवा ने मैसर्स हरि इंफ्रा और कैलाश चंद चौधरी फर्म के 63 करोड के कार्यों में घोटाले की शिकायत की.जिसमें रामावतार बैरवा चिट्ठी में लिखा कि फ्रेश दाने की जगह मिलावटी पन्नियों के दाने के बने पाइप डाले गए.

वहीं एक्सईएन नरेंद्र गुप्ता के साथ किशोरपुरा गांव में पुराने पाइप उखाड़ते हुए पकड़ा गया.इसके अलावा करोड से अधिक के 10 से 12 वाटर हैमर सिस्टम वॉल लगने थे, लेकिन वो नहीं लगाए गए,भुगतान पूरा कर दिया. फाइव स्टार रेटिंग की जगह बिना स्टार रेटिंग के पंप सेट लगाए गए. सीसी रोड बनाए बिना ही फर्जी भुगतान कर दिया गया,एमबी की विस्तृत जांच होनी चाहिए.

दूदू प्यासा, ठेकेदार ने घर तक बिछा दी लाइन

ये पहली बार नहीं है फर्मों ने गडबढी की,बल्कि इससे पहले भी मैसर्स हरि इंफ्रा और कैलाश चंद चौधरी के जॉइंट वेंचर में भ्रष्टाचार हुआ था.एक तरफ दूदू की जनता प्यासी है वहीं ठेकेदार ने मंडोर में अपने और घर-फैक्ट्री तक अवैध लाइन बिछाई थी. अधीक्षण अभियंता भरत मीणा की विजिट में पूरी पोल खुली थी.

इस संबंध में फागी थाने में भी FIR दर्ज करवाई थी. इन तमाम मसलों को लेकर चाकसू विधायक रामावतार बैरवा ने ईमानदार इंजीनियर से जांच के लिए कहा था,लेकिन प्रोजेक्ट्स की कमेटी में तो विवादित अधीक्षण अभियंता प्रोजेक्ट रामचंद्र राड को सदस्य सचिव के तौर पर शामिल किया. ऐसे में क्या जेजेएम की जांच प्रभावित नहीं होगी?

Trending news