पाकिस्तानी जेल में बंद जयसिंह के लिए दिवाली होगी काली, नहीं हो पाएगी परिजनों से मुलाकात
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पाकिस्तानी जेल में बंद जयसिंह के लिए दिवाली होगी काली, नहीं हो पाएगी परिजनों से मुलाकात

दीपावली जयसिंह की वतन वापसी में उम्मीद की एक किरण लेकर आई है. 

पाकिस्तान की जेल में बंद जयसिंह

Jaipur: दीपावली (Diwali) पर जहां देश-विदेश से भी लोग दीपावली मनाने अपने घर लौटते हैं, लेकिन पाकिस्तान की जेल (Pakistan Jail) में बंद 37 वर्षीय जयसिंह (Jaisingh) अपनों के साथ दीपावली की खुशियां नहीं मना पाएगा. 

हालांकि यह दीपावली जयसिंह की वतन वापसी में उम्मीद की एक किरण लेकर आई है. काउंसलर एक्सेस में जयसिंह ने अपना पता अजमेर दरगाह (Ajmer Dargah) के पास होना बताया है. अब राज्य की इंटेलीजेंस पुलिस (Intelligence police) जयसिंह के परिजनों की तलाश में जुट गई है.

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पाकिस्तान (Paksitan) के कराची शहर की मलीर जेल में बंद 37 वर्षीय जयसिंह ने वर्ष 2017 में अवैध रूप से बॉर्डर पार कर पाकिस्तान में प्रवेश कर लिया था. युवक ने एक जनवरी 2018 को अवैध रूप से प्रवेश की अपनी सजा भी पूरी कर ली. इस दौरान उसे इतनी प्रताड़ना दी गई कि वह अपनी सुध-बुध खो बैठा.

इधर समझौते के तहत भारतीय गृहमंत्रालय (Indian Home Ministry) और विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) के अधिकारियों से पाक में बंद कैदियों से काउंसलर एक्सेस (consular access) करवाई गई. युवक ने खुद का नाम जयसिंह, जन्म स्थान उदयपुर और वर्तमान पता बारा कोटडा, अजमेर बताया है.

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- केंद्रीय गृहमंत्रालय ने काउंसलर एक्सेस के बाद राज्य सरकार को जयसिंह का पता लगाने के लिए लिखा था
- गृह विभाग ने इंटेलीजेंस और पुलिस अधीक्षकों को जयसिंह का पता लगाने के निर्देश दिए
- इसके बाद सभी जगह से जयसिंह का पता तस्दीक नहीं होने की रिपोर्ट आई
- इसके बाद हाल ही जयसिंह की दूसरी बार काउंसलर ऐक्सस करवाई तो जयसिंह ने अपना पता अजमेर दरगाह के  पास होना बताया है
- जयसिंह पिता का नाम मांगीलाल, मां का नाम रूकमण बाई और पत्नी का नाम हेमलता बता रहा है 
- बेटी का नाम सुनीता, मुन्नी, बहन ममता,  नशीवी और भाई का नाम जीवण बता रहा है 
- इसके अलावा वो ज्यादा जानकारी नहीं दे पा रहा है
- जय सिंह के बांधे कंधे पर तिल, दायें गाल पर चोट का निशान है
- गृहमंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव निरंजन आर्य को जयसिंह का पता तस्दीक कराने पत्र लिखा है ताकि उसकी वतन वापसी कराई जा सके
- राष्ट्रीयता की पहचान नहीं हो पाने के कारण इनकी रिहाई नहीं हो पा रही है 
- गृह विभाग ने 2 नवम्बर को डीजी इंटेलीजेंस को पत्र लिखकर जयसिंह के परिजनों को खोजने के निर्देश दिए हैं

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