ग्रामीण क्षेत्र के स्कूली बच्चे भी अब उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे. इसके साथ ही बच्चे स्कूली स्तर से ही रूरल डेवलपमेंट के बारे में पूरी जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे. इसी उद्देश्य से जयपुर में ई-रुर्बन स्कूल पोर्टल की शुरूआत हुई.
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Jaipur: ग्रामीण क्षेत्र के स्कूली बच्चे भी अब उच्च स्तर की शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे. इसके साथ ही बच्चे स्कूली स्तर से ही रूरल डेवलपमेंट के बारे में पूरी जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे. इसी उद्देश्य से जयपुर में ई-रुर्बन स्कूल पोर्टल की शुरूआत हुई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. श्याम सुंदर पालीवाल रहे. एजुकेशन पोर्टल के माध्यम से विद्यार्थियों और युवाओं को ग्रामीण विकास के प्रोजेक्ट पर स्कूली शिक्षा दी जाएगी.
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पोर्टल राजसमंद जिला स्थित आदर्श गांव पिपलांत्री से प्रेरित होकर बनाया गया है. पिपलांत्री का हर व्यक्ति शिक्षित है और सभी के पास रोजगार है. पोर्टल के तीन उद्देश्य हैं. पहला गांव को शहर से जोड़ा जाएगा. दूसरा इको टूरिज्म के तहत ग्रामीण परिवेश और संसाधनों को विकसित किया जाएगा. तीसरा शहर स्कूलों में ग्रामीण विकास के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाएगी और युवा पीढ़ी को गांव की समस्याओं से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा.
संयोजक श्वेता पारख और पद्मश्री डॉ. श्याम सुंदर पालीवाल ने बताया की "जयपुर में भारत का पहला ई-रुर्बन स्कूल पोर्टल लॉन्च किया है. इस पोर्टल के माध्यम से ग्रामीण और शहरी स्कूल के बच्चों को समान शिक्षा प्रदान की जाएगी. जिससे देश में समान शिक्षा का अधिकार मिल सकेगा. इसके साथ ही गांव और शहर के बच्चों के बीच विचारों का आदान-प्रदान भी हो सकेगा. शहरी बच्चों की तरह गांव के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों की जानकारी ले सकेंगे
पीपीएल ऑनलाइन पोर्टल का उद्देश्य दो पीढ़ियों को एक साझा मंच पर एक साथ लाकर ग्रामीण-शहरी विभाजन को पाटना है, जिसका उद्देश्य स्थायी समुदायों का निर्माण करना और हमारे गांवों को एक ब्रांड बनाना है. पोर्टल ग्रामीण गांवों को शहरी स्कूलों और बच्चों के विचारों, संसाधनों, कार्यान्वयन और समर्थन के साथ विकास के मुद्दों को हल करने में मदद करेगा. नए जमाने की शिक्षा से लेकर सौर ऊर्जा स्थापना, स्वच्छता के लिए जागरूकता अभियान, ग्रामीण पर्यटन का आयोजन, जैविक उत्पादों को ब्रांड के रूप में बनाने तक, छात्र हमारे गांवों को आत्मनिर्भर ब्रांड के रूप में बनाने के लिए ग्राम पंचायत के साथ काम करेंगे.