G 20 Summit: जयपुर में शानदार अंदाज के साथ G20 समिट का हुआ समापन, MSME उद्योग को लेकर मंत्री पीयूष गोयल कहा ये
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G 20 Summit: जयपुर में शानदार अंदाज के साथ G20 समिट का हुआ समापन, MSME उद्योग को लेकर मंत्री पीयूष गोयल कहा ये

जयपुर में चल रही G20 समिट का आज समापन हो गया..केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि समिट में भारत ने तीन बडे फैसले लिए हैं..जिनमें सप्लाई चैन को सरल और मजबूत बनाने का फैसला लिया गया..वहीं दूसरे बडे फैसले के रूप में जयपुर एक्शन फॉर ऑल पास किया गया .

G 20 Summit: जयपुर में शानदार अंदाज के साथ G20 समिट का  हुआ समापन,  MSME उद्योग को लेकर मंत्री पीयूष गोयल  कहा ये

G 20 Summit: जयपुर में चल रही G20 समिट का आज समापन हो गया..केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि समिट में भारत ने तीन बडे फैसले लिए हैं..जिनमें सप्लाई चैन को सरल और मजबूत बनाने का फैसला लिया गया..वहीं दूसरे बडे फैसले के रूप में जयपुर एक्शन फॉर ऑल पास किया गया . इसके माध्यम से MSME उद्योग को मजबूती देने और एक मंच पर सभी जानकारी साझा करने का फैसला लिया गया..इसके माध्यम से MSME सेक्टर की संभावनाओं को प्राप्त करने पर देश काम करेगा.साथ ही भारत ने विश्व व्यापार में मजबूत लाने के लिए 10 नए मापदंड तय किए हैं.जिसके माध्यम से विश्व व्यापार में पारदर्शिता देखी जाएगी..साथ ही साथ डिजिटलाइजेशन की दिशा में सभी देश काम करेंगे.

20 देशों के वाणिज्य और उद्योग मंत्रियों ने लिया भाग
G20 समिट के समापन के दिन शुक्रवार को एक सत्र की बैठक भी हुई.बैठक में 20 देशों के वाणिज्य और उद्योग मंत्रियों ने भाग लिया.जी20 के सदस्य देशों, अन्य आमंत्रित देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडलों और प्रतिनिधियों का स्वागत और धन्यवाद किया गया. आउटकम डॉक्यूमेंट और अध्यक्षीय सारांश को अंतिम रूप देने और अंगीकार करने में विचार-विमर्श की प्रतिबद्धता और योगदान के लिए उनकी सराहना की गई..अंतिम दिन आयोजित हुए सत्र में पेपर लैस ट्रे़ड..लॉजिस्टिक ट्रेड आदि विषयों पर चर्चा की गई.

बैठक के बाद प्रेस वार्ता कर केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारत की अध्यक्षता में आयोजित हुई जयपुर जी 20 समिट पूरी तरह से सफल रही है. पीएम मोदी की गरीब कल्याण और सबका साथ सबका विकास की सोच सभी देशों के एक साथ विश्व व्यापार की दिशा में मजबूती प्रदान करने की दिशा में जयपुर समिट अहम रही.पीयूष गोयल ने बडा बयान देते हुए कहा कि भारत आने वाले समय में पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल में विश्व की तीसरी बडी अर्थव्यवस्था बनेगा इस दिशा में जी 20 समिट अहम रही है.गाेयल ने कहा कि मंत्रीय स्तर की इस समिट के बाद अब विश्व के नेताओं का सितम्बर में समिट होने जा रही है. लीडर समिट में इनका अंतिम पडाव है और मंत्रीय समिट के प्रस्ताव इसमें रखे जाएंगे . पीएम मोदी दृढ संकल्पित हैं कि भारत के 140 करोड देशवासी इस संकल्प के साथ जोश के साथ जुड़े हुए हैं . देश के लोगों की इस भावना से ही भारत 2047 तक एक विकसित देश बन जाएगा. विश्व शक्ति और सुपर पॉवर के रूप में उभरेगा भारत. विकसित देश बनेगा और यहां युवा युवतियों को अच्छे अवसर मिलेंगे. आगे की पीढी एक विकसित भारत में पैदा हाेगी.

राजस्थान सरकार और अधिकारियों का धन्यवाद ---
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने जी समिट के अच्छे आयोजन के लिए राजसथान सरकार और अधिकारियाें का बेहत व्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद किया. इसके साथ ही गोयल और जी 20 देशों के मंत्रियों और अधिकारियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से भी प्रभावित होकर अद्भुद बताया.

इन पर प्रमुख रूप से बनी सहमति -

व्यापार दस्तावेजों के डिजिटलीकरण पर उच्च-स्तरीय सिद्धांतों को अपनाने पर सहमति बनी. जी20 देशों के मंत्रियों ने 10 व्यापक सिद्धांत प्रतिपादित किए हैं जो मौजूदा ट्रेड सिस्टम को पेपरलैस ट्रेड सिस्टम में बदलने के विभिन्न आयामों को व्यापक रूप से कवर करते हैं. ये सिद्धांत इलेक्ट्रॉनिक व्यापार से संबंधित डेटा और दस्तावेजों के सीमा पार आदान-प्रदान से संबंधित उपायों को लागू करने में देशों को मार्गदर्शन करेंगे तथा एक सुरक्षित अंतर-संचालित और पारदर्शी पेपरलैस सीमा पार व्यापार का वातावरण बनाएंगे.

मंत्रियों ने जीवीसी के लिए जी20 जेनेरिक मैपिंग फ्रेमवर्क का भी समर्थन किया जिसमें डेटा, विश्लेषण और जीवीसी डेटा के प्रतिनिधित्व के प्रमुख बिल्डिंग ब्लॉक शामिल हैं. इस फ्रेमवर्क में सेक्टर और उत्पाद दोनों स्तरों पर जीवीसी के लचीलेपन का मूल्यांकन करने में मदद के लिए प्रमुख आयामों की पहचान करने पर जोर दिया गया . इसके अलावा फ्रेमवर्क में महत्वपूर्ण जीवीसी को लचीला और मजबूत बनाए रखने की आवश्यकता में सहयोग के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत भी प्रतिपादित किए गए हैं.

जी20 देशों के मंत्रियों ने पेशेवर सेवाओं के लिए पारस्परिक मान्यता समझौतों में हो रहे अच्छे कामों को स्वैच्छिक रूप से साझा करने का स्वागत किया और व्यावसायिक सेवाओं के लिए एमआरए पर किए जा रहे अच्छे कामों का एक प्रेसीडेंशियल कॉम्पेंडियम बनाने के सुझाव का समर्थन किया. इस कॉम्पेंडियम से एमआरए में सफल प्रवेश को बढ़ावा मिलेगा जिससे हमारे डॉक्टरों, नर्सों, वकीलों, वास्तुकारों और अन्य पेशेवरों की तकनीकी योग्यताओं को अन्य देशों द्वारा मान्यता मिल सकेगी. इस प्रकार यह हमारे पेशेवरों को दुनिया भर में अपनी तकनीकी सेवाएं देने में काफी मदद करेगा.

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