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जयपुर: राजस्थान में समर्थन मूल्य पर चने की खरीद लगातार हो रही है.समर्थन मूल्य पर खरीद पर किसानों का अच्छा रूझान देखा जा रहा है. चने की खेती करने वाले किसानों को बड़ा तोहफा मिला है. रूझानों को देखते हुए केंद्र सरकार ने 10 प्रतिशत पंजीयन सीमा को बढाया था.अब राज्य सरकार की कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा किसानों को खरीद का लाभ मिल सके.
सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना का कहना है कि खरीद में लगातार उछाल आ रहा है. समर्थन मूल्य पर चने की खरीद में लगातार तेजी आ रही है. केंद्र सरकार द्वारा चने का समर्थन मूल्य 5230 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया हुआ है. इससे चने की खेती करने वाले किसानों को आने वाले समय में अच्छा मुनाफा हो सकता है. एक जनआधार कार्ड पर एक ही पंजीकरण मान्य होगा. किसान द्वारा एक मोबाइल नम्बर पर एक ही पंजीकरण दर्ज करवाया जा सकेगा और प्रत्येक पंजीकरण में पृथक-पृथक मोबाइल नम्बर दर्ज होंगे.राजस्थान में चने की खरीद समर्थन मूल्य पर 29 जून तक होगी.
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ये राज्य हैं चने के मुख्य उत्पादक
राजस्थान के थोक बाजार में चने का भाव बीते कुछ दिनों में तेजी से ऊपर चढ़ा है, 10 फीसदी बढ़ोतरी के साथ चने का 5230 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच चुका है. इसी वजह से अन्य दलहनों के दाम में तजी देखने को मिली है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश हरियाणा महाराष्ट्र और पंजाब मुख्य रूप से चने उत्पादक राज्य हैं. वहीं, रूस-यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच गेंहू की कीमतों में भारी उछाल देखने को मिला. 2000 से 2200 रुपये तक का भाव पहुंच गया था. हालांकि, सरकार ने गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी है. देश में गेहूं का भंडारण इस बार ज्यादा नहीं हुआ है. ऐसे में सरकार ने गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी है.