मार्केटिंग मैनेजर सुरभी कुमावत की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. सुरभी के पति साहिद अली ने रविवार सुबह 7.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी कि उसकी पत्नी ने कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली.
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Jaipur: मुहाना थाना अंतर्गत यूनिक सफायर अपार्टमेंट में रहने वाली एक बैंक की मार्केटिंग मैनेजर सुरभी कुमावत की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. सुरभी के पति साहिद अली ने रविवार सुबह 7.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी कि उसकी पत्नी ने कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली. सूचना पर मुहाना थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उससे पहले पति ने पंखे से बंधी चुन्नी को कैंची से काटकर शव उतार लिया था.
थानाधिकारी लखन खटाना ने बताया कि मौका मुआयना करने के बाद सामने आया कि फंदे से लटकते समय महिला के घुटने के नीचे बिस्तर पर टिके थे. सुरभी कुमावत ने 1 जुलाई 2016 में गलता गेट स्थित बासबदनपुरा निवासी साहिद अली से गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) आर्य समाज में प्रेम विवाह किया था, तभी बासबदनपुरा क्षेत्र में पति के साथ रह रही थी. 11 जून 2022 में यूनिक सफायर फ्लैट में रहने आई थी. सुरभी ने ही यह फ्लैट खरीदा था. यहां पर पति और बेटी के साथ वह रह रही थी और नेहरू पैलेस स्थित पंजाब नेशनल बैंक की ब्रांच में मार्केटिंग मैनेजर पद पर कार्यरत थी.
पुलिस को कमरे में सुरभी का लिखा सुसाइड नोट मिला, जिसमें लिखा था कि ''मुझे कोई नहीं समझता है, हर कोई आहत करना चाहता है. मैं सिर्फ खुश रहना चाहती हूं और मैं किसी की जिंदगी में परेशानी भी नहीं बनना चाहती और मेरा खुद का पति मुझसे नफरत करता है और मुझे छोड़ने की धमकी देता है. मेरा इस्तेमाल स्वार्थ के लिए किया गया, मैं जा रही हूं सब छोड़कर. मुझे दुख है कि बेटी मैं तुझे नहीं देख पाउंगी''. सुरभी कुमावत की संग्दिध हालात में मौत के बाद मुहाना थाना पुलिस ने उसके पति साहिद अली से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान सुरभी से कैसे मिला और अभी परिवार में क्या चल रहा था. इस संबंध में पूछताछ की, जिसमें साहिद अली ने बताया कि करीब 14 वर्ष पहले उसका पानी का प्लांट था और सुरभी गोपालपुरा स्थित एक कोचिंग में पढ़ने आती थी. वह गलता गेट से अपने एक दोस्त के पास यहां आता था.
साहिद ने बताया कि वह छठी पास है और सुरभी ने कनोडिया कॉलेज से बीएससी और फिर मानसरोवर स्थित आइआइआइएम से एमबीए किया. वर्ष 2015 में सुरभी की बैंक में नौकरी लग गई. तब वर्ष 2016 में उन्होंने गाजियाबाद जाकर आर्य समाज में प्रेम विवाह किया. साहिद अली ने बताया कि आर्य समाज में शादी करने के लिए उसने खुद के नाम के आगे से अली शब्द हटा लिया. बाद में पत्नी के लिए परिवार को छोड़कर अलग रहने लगा. वह बेटी के जन्म के बाद उसकी देखभाल करने के लिए काम भी नहीं कर रहा था. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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