Jaipur News: यदि सबकुछ ठीक रहा तो दादी का फाटक और खिरणी फाटक रेलवे लाइन के पास मौजूद सर्विस लेन पर दो रेलवे ओवरब्रिज बनने से ट्रेफिक की समस्या से राहत मिल सकती है. रेलवे ओवरब्रिज को लेकर नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने डीपीआर बनाने का काम शुरू कर दिया हैं.
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Jaipur News: जयपुर में वैशाली नगर एक्सप्रेस-वे पुलिया (200 फीट अजमेर रोड चौराहे से 14 नंबर पुलिया वीकेआई तक) की सर्विस लेन पर आगामी समय में नए दो रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) बनाने की तैयारी शुरू हो गई. ये आरओबी जयपुर-अजमेर और जयपुर-सीकर रेलवे लाइन पर बनाए जाएंगे. इसके लिए नेशनल हाईवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने डीपीआर बनाने का काम शुरू कर दिया है.
NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अजय आर्य ने बताया कि यहां मंत्री और स्थानीय विधायकों ने जनता की समस्या को देखते हुए इन दोनों क्रॉसिंग पर ट्रेफिक को सुगम संचालन के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए थे. इस पर काम करते हुए हमने इन दोनों रेलवे लाइन क्रॉसिंग पर आरओबी बनाने का प्रस्ताव किया है. इसके लिए डीपीआर बनाने के लिए कंसलटेंट को निर्देश दिए है.
एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड पर अभी सिरसी से कालवाड़ रोड की तरफ आने-जाने वाले ट्रेफिक को जयपुर-अजमेर लाइन पर बने खिरणी फाटक से होकर गुजरना पड़ता है. इसके लिए करीब 2 किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है. क्योंकि ये रेलवे ओवरब्रिज जेडीए ने सर्विस लेन से दूर बनाया है. लेकिन अब एनएचएआई सर्विस लेन पर दोनों तरफ नए आरओबी (2-2 लेन) के बनाने की तैयारी कर रहा है.
अगर ये आरओबी बनते है तो सर्विस लेन से गुजरने वाले ट्रेफिक को खिरणी फाटक या कनकपुरा फाटक से होकर नहीं गुजरना पड़ेगा. इसी तरह दादी का फाटक के पास सर्विस लेन का ब्रेकआउट है यानी यहां से ट्रेफिक को (जयपुर-सीकर रेलवे लाइन) क्रॉस करने के लिए या तो नाड़ी का फाटक होकर गुजरना पड़ता है या दादी का फाटक आरओबी.
इन दोनों ही जगहों से गुजरने के लिए करीब 2 किलोमीटर से ज्यादा लम्बा चक्कर लगाना पड़ता है. वहीं नाड़ी का फाटक पर सुबह-शाम फाटक बंद होने पर बहुत जाम लगता है. एनएचएआई सर्विस लेन पर दोनों तरफ नए आरओबी (2-2 लेन) के बनाने की तैयारी कर रहा है. इससे निवारू रोड से 14 नंबर पुलिया की तरफ आने-जाने वाले ट्रेफिक संचालकों को बहुत फायदा होगा.
बहरहाल, हम सब कभी न कभी ट्रैफ़िक जाम में फंसे हैं. जाम में अटक जाएं तो लगता है कि ट्रैफ़िक की लाइट बदल ही नहीं रही है. कई बार मीलों लंबी लाइन लग जाती है. धीमा चलता ट्रैफ़िक दम घोंटता सा मालूम होता है. रेंगता हुआ ट्रैफ़िक आज की बेइंतिहा तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी का अटूट हिस्सा बन गया है. सड़कों पर गाड़ियों की भीड़ दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. ट्रैफ़िक जाम दूर करने वाले सिस्टम इस भीड़ से निपटने में नाकाम साबित हो रहे हैं. कभी बारिश, कभी कोहरा और कभी बिना वजह ही लगे जाम में लोग घंटों फंसे रहते हैं.