Rajasthan News: बहरोड़ में मेहता सरस सप्लायर्स सरस के अलावा दूसरी कंपनियों के उत्पाद बेचे जाने की सूचना पर गुरुवार शाम करीब 5 बजे खाद्य सुरक्षा विभाग टीम गोदाम पहुंची. घंटों की मशक्कत के बाद करीब 10 बजे गोदाम का ताला खुला, जिसके बाद टीम ने एक्सपायरी डेट वाला माल नष्ट किया और अन्य चीजों के सैंपल लिए.
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Rajasthan News: बहरोड़ में महता सरस सप्लायर के गोदाम पर रात 12:30 बजे खाद्य सुरक्षा विभाग की कार्रवाई संपन्न हुई. यहां से टीम ने सरस दही, नोवा पनीर और रसगुल्ले के सैंपल लिए. जांच के दौरान एक्सपायरी डेट के रसगुल्ले मिलने पर 18 कार्टन दूषित रसगुल्ले नष्ट करवाए गए. इस दौरान आसपास के लोगों और सरस दूध विक्रेताओं की भीड़ जमा रही. वहीं, सरस डेयरी के अधिकारियों और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को ताला खुलवाने के लिए पांच से छह घंटे इंतजार करना पड़ा.
शाम 5 बजे गोदाम पर पहुंची टीम
अलवर सरस मार्केटिंग मैनेजर राकेश कुमार विजय ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि बहरोड़ में मेहता सरस सप्लायर्स सरस के अलावा दूसरी कंपनियों के उत्पाद बेचने के साथ सरस ब्रांड नाम की पैकिंग का माल बेच रहा है. सूचना पर शाम 5 बजे टीम गोदाम पर पहुंची. यहां लॉक लगा हुआ था. मार्केटिंग मैनेजर ने साथ आए क्वालिटी कंट्रोलर वीरेंद्र कुमार जैन और विजिलेंस सुशील कुमार को दुकान पर भेजा, जहां से एक डेयरी संचालक गोदाम पर पहुंचा. यहां अधिकारियों को दुकान से चाबी लाने का चकमा देकर भाग गया. काफी देर इंतजार करने के बाद अधिकारियों ने कॉल किया, तो सत्यवीर यादव का मोबाइल स्विच ऑफ मिला, जिसकी सूचना डेयरी के एमडी और चेयरमैन विश्राम गुर्जर को दी. अलवर से खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम रवाना होकर शाम 6:30 बजे पहुंच गई, लेकिन तब भी ताला नहीं खोला.
18 कार्टन रसगुल्ले किए नष्ट
दोनों टीमों ने संबंधित सरस डीलरों से संपर्क कर ताला खुलवाने के प्रयास किए. समय बढ़ता गया, तो उच्च अधिकारियों ने पुलिस को मौके पर भेजा. यहां थानाधिकारी महेश तिवाड़ी जाब्ते के साथ पहुंचे और अधिकारियों से जानकारी ली. तीनों विभाग के अधिकारियों ने मिलकर महता सरस डीलर नहीं आने से गोदाम को सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी, जिसकी भनक लगते ही डेयरी संचालक के लोग रात करीब 10 बजे आए और गोदाम खोल दिया,
जिसके बाद जांच गई. यहां बड़ी मात्रा में विभिन्न ब्रांडों का दही, रसगुल्ला, पनीर, सफल मटर, मक्का का स्टॉक मिला. सरस टीम को दही के मटके ऐसे भी मिले, जिनमें बाहर सरस का मार्का था, लेकिन पैकिंग सरस की नहीं थी. रात 12:30 बजे 18 कार्टन रसगुल्ले नष्ट करने के बाद टीम अलवर के लिए रवाना हुई.
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