Jaipur news: पाली के जवाई बांध में भरपूर पानी है, पानी होने के कारण सरकार को इन गर्मियों में वाटर ट्रेन नहीं चलानी होगी. सरकार को वाटर ट्रेन चलाने में 16 करोड का खर्चा आता था, जोकि इस बार नहीं पड़ेगा.
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Jaipur news: राजस्थान में इन गर्मियों में सरकार को वाटर ट्रेन नहीं चलानी पडेगी. क्योकि अबकी बार पाली के जवाई बांध में भरपूर पानी है. पिछले साल पानी के संकट के बीच सरकार को जोधपुर से पाली तक वाटर ट्रेन चलानी पडी थी, आखिर राजस्थान में वाटर ट्रेन कब से चलने लगी और कैसे ट्रेन के लिए आपात परिस्थतियों में पानी पिलाया जाता है.
जवाई बांध में भरपूर पानी
वैसे तो गर्मियां शुरू होते ही मरूधरा के हर जिले में पानी के संकट से जूझना पडता है,लेकिन खासकर पाली की पेयजल आपूर्ति की पीएचईडी—प्रशासन की खास नजर रहती है,क्योकि पाली की पेयजल व्यवस्था जवाई बांध पर निर्भर है.पिछले साल जवाई बांध में पानी खत्म हो गया था,जिससे जलसंकट की स्थिति पैदा हो गई है.इस संकट के बीच सरकार ने जोधपुर से पाली के लिए वाटर ट्रेन चलाई थी.ट्रेन के जरिए सरकार ने पाली जिले की प्यास बुझाने का काम किया था.लेकिन इस साल पाली के लिए सरकार को वाटर ट्रेन का इस्तेमाल नहीं करना होगा.क्योकि जवाई बांध में इस साल भरपूर पानी है.जलदाय विभाग के एसीएस सुबोध अग्रवाल ने बताया इसलिए इस साल पाली के लिए वाटर ट्रेन नहीं चलानी पडेगी.
जवाई बांध में पानी का गणित
पाली के जवाई बांध का गेज 18.67 आरएल मीटर है,जिसमें 207.51 एमक्यूएम पानी की क्षमता है.फिलहाल जवाई बांध में 10.88 आरएल मीटर पानी है.इस हिसाब से बांध में 34 प्रतिशत पानी है.
पहले कब-कब चली वाटर स्पेशल ट्रेन
2002 में पहली वाटर ट्रेन पाली भेजी गई थी, 2005 में दूसरी बार पाली के लिए जोधपुर से वाटर ट्रेन रवाना की गई थी, 2009 में तीसरी बार ट्रेन चलाई गई, 2016 में सभी तैयारी होने के बाद ट्रेन रोक ली गई, 2019 में चौथी बार ट्रेन जोधपुर से पाली पहुंची, 2021 में तैयारी के बाद बारिश आने से ट्रेन रोक ली गई, 17 अप्रैल 2022 को जोधपुर से पाली जिले के लिए वाटर स्पेशल ट्रेन की शुरुआत की गई.
ट्रेन चलाने में 16 करोड का खर्चा था
30 साल पहले पाली के जवाई बांध से नहर के जरिए जोधपुर तक पानी लाया जा रहा था. 20 साल में पिछले साल पहली बार इतने लंबे समय तक वाटर ट्रेन चलाई जाएगी. इसके लिए राज्य सरकार ने अलग से बजट की भी घोषणा की थी. करीब तीन महीने तक चलने वाली इस ट्रेन पर 16 करोड़ रुपये खर्च हुआ था.लेकिन इस बार जवाई बांध में पानी होने के कारण सरकार को वाटर ट्रेन नहीं चलानी होगी.