लॉरेंस विश्नोई गैंग के नाम पर जयपुर में एक व्यापारी से रंगदारी का दो करोड़ रुपये की मांग की. फोन करने वाले शख्स ने अपने आप को लोरेंस विश्नोई गैंग का सदस्य बताया. परिवादी लाल कुमार ने पुलिस थाना गलतागेट जयपुर में एक मुकदमा दर्ज कराया. जयपुर पुलिस की सीएसटी टीम ने किया गिरफ्तार.
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Jaipur Crime: राजधानी जयपुर पुलिस के हत्थे ऐसे बदमाश चढ़े है जो लॉरेंस विश्नोई गैंग के नाम पर जयपुर में एक व्यापारी से रंगदारी का दो करोड़ रुपये मांग रहे थे. जयपुर पुलिस कमिशनरेट के एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश चन्द विश्नोई ने बताया कि सात अप्रैल को परिवादी लाल कुमार ने पुलिस थाना गलतागेट जयपुर में एक मुकदमा दर्ज करवाया कि वो गलतागेट थाना इलाके में रहता है. जयपुर में उसकी एक कपड़े की दुकान है. शिकायत में बताया गया कि 6 अप्रैल को उसके मोबाईल पर एक नंबर से कॉल आया और उससे दो करोड़ रूपये की मांग की गई और पैसे नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई.
फोन करने वाले शख्स ने अपने आप को लोरेंस विश्नोई गैंग का सदस्य बताया. इसके बाद रात को व्हाट्सएप कॉल के जरिए एक बार फिर धमकी और पैसों की मांग की गई. इस गैंग तक पहुंचने के लिए पुलिस ने तकनीकी पहलुओं को डेवलप करते हुए बदमाशों तक पहुंचने मे सफलता हासिल की और जयपुर पुलिस की सीएसटी टीम और गलता गेट थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए हरेन्द्र उर्फ हरि खुडीवाल , रूपेश कुमार, राजू नोगिया और नीरज गिरी को गिरफ्तार किया.
गिरफ्तार बदमाशों से शुरुआती पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी 007 के नाम से गैंग चलाते है. 007 गैंग का सरगना हरेंद्र उर्फ हरि खुडीवाल और रूपेश है. रूपेश कुमार नाम का एक युवक है जिसने अपने आप को रूपेश विश्नोई बताकर फेसबुक आईडी बना रखी है. रूपेश कुमार बिहार का रहने वाला है और केस दर्ज करवाने वाला परिवादी भी बिहार का निवासी है. रूपेश कुमार उर्फ रूपेश बिश्नोई गांधीधाम में राजू नाम के व्यक्ति के पास मोटर ठीक करने की नौकरी करता था राजू भाई की गांधीधाम में मोटर पार्ट्स की दुकान है तथा वह भी बिहार का निवासी है. राजू भाई लाला उर्फ लाल कुमार प्रकरण का परिवादी जो है उसको अच्छी तरह से जानता है क्योंकि वह भी उसी के गांव के पास के गांव का रहने वाला है.
राजू भाई के एक रिश्तेदार को अभी कैंसर की बीमारी हुई थी तब वह अपने उस रिश्तेदार के साथ लाला भाई के पास इलाज के लिए आया था. इस बात की जानकारी रूपेश कुमार को भली भांति हो गई थी. बातचीत के दौरान यह भी जान गया था की लाल कुमार उर्फ लाला जो बिहार का रहने वाला है.
जयपुर में जाकर कपड़े का व्यवसाय कर रहा है अच्छी खासी कमाई करता है. राजू भाई के बेटे से अच्छी दोस्ती भी हो गई थी इस वजह से भी लाल कुमार के बारे में उसको जानकारी हुई थी. राजू भाई के बेटे के मोबाइल से भी ले लिया था और उसने योजना के मुताबिक प्लानिंग की थी.रूपेश कुमार के जीजा नीरज कुमार वही नौकरी करता है गांधीधाम में उसके मां-बाप उसको गांधी धाम के ही एक निवासी राजू नोगिया से मिल गया और उसके सिम को रूपेश कुमार को इस्तेमाल करने के लिए दे दिया.
रूपेश कुमार उर्फ रूपेश विश्नोई ने अपने फेसबुक पर एक हरेंद्र नाम के व्यक्ति को दोस्त बना रखा था जो मूंडवा का निवासी है जिसका नाम हरेंद्र है उसने हरेंद्र को भी इस योजना में शामिल कर लिया. पहला कॉल रूपेश कुमार ने लाल कुमार उस लाला को किया और दो करोड़ की फिरौती मांगी और फिर दूसरा कॉल हरेंद्र ने किया और उसकी तारीफ की कि जल्दी से दे दो नहीं तो ठीक नहीं होगा.
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गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि हमने फिरौती मांगने के लिये लाल कुमार जो कपड़े की दुकान चलाता है को लॉरेंस गैंग के नाम से फोन कर धमकी देकर रुपयों की मांग की थी. लेकिन हमारा लॉरेंस गैंग से कोई सम्पर्क नहीं है. इन दिनों लॉरेन्स गैंग के नाम से धमकी देने के कई प्रकरण चल रहे थे, इसलिये हमने भी लॉरेंस गैंग के नाम से धमकी देकर रुपयों की मांग की थी. गिरफ्तार आरोपियों पुलिस थाना गलता गेट जयपुर उत्तर में जांच जारी है.