Jamsetji Tata Birth Anniversary:दुनिया में धाक जमाने वाले जमेशदजी टाटा की जयंती आज, जानें पुजारी से कारोबारी तक का सफर
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Jamsetji Tata Birth Anniversary:दुनिया में धाक जमाने वाले जमेशदजी टाटा की जयंती आज, जानें पुजारी से कारोबारी तक का सफर

Jamsetji Tata Birth Anniversary: जमशेदजी टाटा (Jamsetji Tata) का आज 184वां जन्मदिन है. ऐसे में आज हम आपको  जमशेदजी के बारे में कई रोचक जानकारी देने जा रहे हैं. जमशेदजी टाटा को औद्योगिक साम्राज्य के संस्थापक के रुप में पूरी दुनिया में विख्यात हैं. 

Jamsetji Tata Birth Anniversary:दुनिया में धाक जमाने वाले जमेशदजी टाटा की जयंती आज, जानें पुजारी से कारोबारी तक का सफर

Jamsetji Tata Birth Anniversary: जमशेदजी टाटा (Jamsetji Tata) का आज 184वां जन्मदिन है. ऐसे में आज हम आपको  जमशेदजी के बारे में कई रोचक जानकारी देने जा रहे हैं. जमशेदजी टाटा को औद्योगिक साम्राज्य के संस्थापक के रुप में पूरी दुनिया में विख्यात हैं. उन्होंने बहुत कम उम्र में व्यवसाय में कदम रखा.जिसके बाद वो लगातार सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गये. इनके बारे में कहा जाता है कि इन्होंने देश को बड़ा बिजनेस करना सिखाया. जमशेदजी टाटा की गिनती उन भारतीय उद्यमियों और उद्योगपति में हुई जो भारतीय उद्योग जगत को अग्रणी की श्रेणी में ला खड़ा किया.

महज 14 साल की उम्र में रखा कदम

मजह 14 साल की उम्र में जब Tata Group के संस्थापक जमशेदजी टाटा ने मुंबई की धरती पर कदम रखा. इसके बाद वे इंडियन कॉरपोरेट के ‘भीष्म पितामह’ कहलाए और दुनिया भर के उद्योग जगत में भारत को नई पहचान दिलाई.

इनकी बदौलत और लगन से इनकी पहचान हर घर में है. घर बनाने में लगने वाले सरिया, रसोई में इस्तेमाल होने वाले नमक हो या फिर हवाई सफर Tata का नाम हर तरफ अपनी मौजूदगी दर्ज कराता है. Tata Group के संस्थापक जमशेदजी टाटा (Jamsetji Tata) का आज जन्मदिन है. उनका जन्म आज के दिन यानी 3 मार्च 1839 को गुजरात के नवसारी में हुआ था. नवसारी आज दांडी बीच के नाम से जाना जाता है.

परिवार करते थे पुजारी का काम 

 बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि उनका पारसी परिवार लंबे समय से पुजारी का काम करता था. परिवार के पुजारी वाले काम को छोड़ जमशेदजी के पिता नुसेरवानजी टाटा ने कारोबार का दुनिया में कदम रखा. अपने पिता के रास्ते को थामकर जमशेदजी टाटा ने 14 वर्ष की उम्र में पिता के साथ बंबई आकर उनके काम में लग गये. इस दौरान उन्होंने पढ़ाई में ग्रेजुएशन किया और इसके करीब 10 साल बाद 1868 में अपना पहला वेंचर स्टार्ट किया.

कारोबार की  दुनिया में बना नाम

कहा जाता है कि जब जमशेदजी टाटा ने कारोबारी दुनिया में कदम रखा, तो उन्होंने उस जमाने में  21,000 रुपये के निवेश से ट्रेडिंग कंपनी की शुरुआत की थी. बिजनेस की समझ और अपनी व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए जमशेदजी टाटा इंग्लैंड का रूख कर लिया. वहां जाकर टेक्सटाईल बिजनेस में हाथ आजमाया. इसके बाद भारत लौटकर जमशेदजी ने 1869 में ही कपड़े के बिजनेस को आगे बढ़ाया. बिजनेस में अच्छी समझ  के बाद एक दिवालिया हो चुकी तेल मिल को खरीदा और इसका नाम बदलकर एलेक्जेंड्रा मिल (Alexandra Mill) मिल रख दिया. इस मिल को कॉटन मिल में तब्दील कर इसे एक स्थानीय व्यापारी के हाथों बेच दिया. 

जमशेदजी ने देश में सिल्क उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मैसूर स्टेट में जमीन खरीदी रेशम कीट का पालन शुरू किया. कपड़े उद्योग में हाथ आजमाने के साथ साथ  टाटा का कारोबार आगे भी निरंतर आगे बढ़ाते गये. 

भारत को पहचान दिलाने में भूमिका में जमशेद टाटा जी का बड़ा नाम

भारत को पहचान दिलाने में भूमिका Jamsetji Tata को Tata Steel, Taj Hotel और IISC Bangalore जैसे कई संस्थान की स्थापना कर भारत को दुनिया में एक नई पहचान दिलाई. जमशेदपुर नाम से पहली भारत के औद्योगिक शहर की भी स्थापना की थी. गौरतलब है कि टाटा ग्रुप ने ही देश को पहली बड़ी स्टील कंपनी, पहला लग्जरी होटल, कंज्यूमर गुड्स कंपनी को खड़ा किया. इसके अलावा देश की पहली एविएशन कंपनी Tata Airlines का देन भी इन्हें ही जाता है, जो अब Air India के नाम से सेवाएं दे रहा है. टाटा मोटर्स पहले रेलवे इंजन का निर्माण करती थी और देश की पहली एसयूवी Tata Sierra भी इसी ने बनाई थी. 

टाटा ग्रुप का कोरोबार आज  100 से अधिक देशों में फैला हुआ है. कंपनी का कुल मार्केट कैप की बात करें तो यह 128 बिलियन डॉलर का है. इस कंपनी के जरिए देशभर में 9,35,000 कर्मचारियों को रोजगार से अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे हैं.

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