एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए कोटखावदा एसएचओ को गिरफ्तार किया है. एसीबी को इस मामले में परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई थी.
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Jaipur: एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए कोटखावदा एसएचओ को गिरफ्तार किया है. एसीबी को इस मामले में परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई थी. परिवादी के रिश्तेदार को गिरफ्तार नहीं करने और रिमांड नहीं लेने में रियायत देने की एवज में रिश्वत मांगी थी. 2018 के एक मुकदमें से जुड़े मामले में यह कार्रवाई की गई है. पुलिस पहले ही परिवादी को गिरफ्तार कर चुका है.
एसएचओ ने परिवादी के अन्य तीन रिश्तेदारों को गिरफ्तार नहीं करने और रियायत देने की एवज में रिश्वत की मांग की थी. एसीबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोटखावदा थाना प्रभारी जगदीश तंवर को रिश्वत लेते पकड़ा है. थाना प्रभारी ने परिवादी के रिश्तेदार को गिरफ्तार नहीं करने की एवज में 50 हज़ार की रिश्वत मांगी थी.
जानकारी के अनुसार वर्ष 2018 में दर्ज किडनैपिंग के मामले में रिमांड नहीं लेने व रियायत देने की एवज में यह राशि मांगी गई थी. किडनैपिंग के मामले में परिवादी को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. अब थाना प्रभारी ने परिवादी के रिश्तेदार को गिरफ्तार नहीं करने, रिमांड नहीं लेने व रियायत देने के नाम पर रिश्वत मांगी थी. इसकी शिकायत एसीबी में करने पर एडिशनल एसपी बजरंग सिंह के नेतृत्व में डीएसपी कमल नैन की टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया है.
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एसपी के सामने पीड़ित ने शिकायत दर्ज करवाई
कोटखावदा थाने में किडनैपिंग सहित तीन मामले दर्ज हैं. इस एक मामले में परिवादी जेल से सजा काट के आया ही था की पुलिस उसे थाने ले आई... सीआई ने कहा कि वह रिमांड नहीं लेगा अगर उसे 50 हजार रुपए मिल जायेंगे. परिवादी बोला वह जेल काट के आया है पैसा कहां से लायेगा. इस पर सीआई ने कहा 50 हजार नहीं है तो रिमांड और डंडे खाने के लिए तैयार हो जाओ. सीआई की धमकी से परेशान परिवादी एसीबी के पास पहुंचा. जिसके बाद एसीबी ने सीआई को कोटखावदा मुख्यालय पर नये थाना परिसर भवन में उनके आवास में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया.
पार्षद और ठेकेदारों पर गिरी थी गाज
बता दें कि बीते दिनों एसीबी ने अलवर नगर पालिका के पार्षद और दो अन्य लोगों को पांच लाख रुपये की घूस लेते दबोचा था. आरोपी ठेकेदार राजीव भार्गव और रमेश चंद गुप्ता ने पांच लाख रुपये काम कराने के बदले लिए और उसका कमीशन पार्षदों को दिया. पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में की थी. एसीबी ने योजना बनाकर पार्षद और ठेकेदारों को गिरफ्तार किया. बता दें कि प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी ने अभियान छेड़ रखा है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो लगातार कार्रवाई को अंजाम दे रहा है.
REPORTER- AMIT YADAV