Kotputli News: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल के दर्शन करके वापस लौटते वक्त भीलवाड़ा-उदयपुर राजमार्ग पर अजमेर के भिनाय इलाके में गुरुवार शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे में कोटपूतली के ग्राम सांगटेड़ा निवासी चार युवकों की मौत हो गई थी.
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Kotputli, Jaipur: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल के दर्शन करके वापस लौटते वक्त भीलवाड़ा-उदयपुर राजमार्ग पर अजमेर के भिनाय इलाके में गुरुवार शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे में कोटपूतली के ग्राम सांगटेड़ा निवासी चार युवकों की मौत हो गई थी. जिनका दोपहर बाद ग्राम सांगटेड़ा स्थित पैतृक श्मशान घाट पर बेहद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया. चारों युवक दोस्त थे, चारों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया.
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चारों युवकों की भीलवाड़ा-उदयपुर राजमार्ग पर अजमेर के भिनाय तहसील के बांदनवाड़ा इलाके में गुरुवार शाम 5 बजे एक सड़क हादसे में दर्दनाक मृत्यु हो गई. वह अपनी गाड़ी से उज्जैन स्थित महाकाल के दर्शन कर वापस लौट रहे थे. तभी उनकी कार भीलवाड़ा-उदयपुर राजमार्ग पर आगे चल रहे ट्रेलर में घुस गई. टक्कर इतनी खतरनाक थी कि गाड़ी में से दो लोग उछलकर बाहर गिर पड़े. जबकि गाड़ी का आगे का हिस्सा चकनाचूर हो गया. अजमेर पुलिस के अनुसार शाम करीब 5 बजे राजमार्ग पर बंदनवाड़ा अस्पताल के सामने से ट्रेलर गुजर रहा था. जिसने अचानक ब्रेक लगा दिए. इतने में ही पीछे से स्पीड में आ रही कार ट्रेलर में जा घुसी. जिससे चारों की मृत्यु हो गई.
टक्कर इतनी भीषण थी कि गाडी के बेलुन खुलने के बावजुद भी चारों में से कोई बच नहीं पाया. हादसे में ग्राम सांगटेड़ा के चारों मृतक क्रमश: इंजी. सत्यवीर जाट (37) पुत्र प्रभुदयाल, संदीप सिंह (35) पुत्र सुबेसिंह चौधरी, शेरसिंह (28) पुत्र पतराम व हवासिंह (39) पुत्र श्योराम थे. सत्यवीर जाट पेशे से इंजीनियर था, जबकि संदीप सिंह पुत्र सुबेसिंह चौधरी प्रोपर्टी व्यवसायी था. शेरसिंह पुत्र पतराम गांव में ही खेती और हवासिंह सेना से रिटायर्ड था. गुरुवार रात घटना की खबर मिलते ही पूरा सांगटेड़ा गांव शोक में डूब गया. मृतक युवकों के परिवारों में पुरुषों को तो इस बात की इत्तला थी, लेकिन महिलाओं और अन्य परिजनों को इस बारे में कुछ भी नहीं बताया गया था.
दर्दनाक घटनाक्रम के चलते पुरे सांगटेड़ा ग्राम में शाम को चुल्हे तक नहीं जले. वहीं अगले दिन चारों मृतकों का पोस्टमार्टम करवाकर शव सांगटेड़ा लाये गये. जिसके बाद मृतक युवकों के परिवारों में कोहराम मच गया. घर की महिलायें बेहोश हो गई. जिन्हे बड़ी मुश्किल से परिजनों ने सम्भाला. इसके बाद सांगटेड़ा के ही श्मशान घाट पर एक ही चिता पर चारों युवकों का बेहद गमगीन माहौल में अन्तिम संस्कार कर दिया गया. मृतक आपस में दुर की पीढ़ी में एक ही परिवार के थे.
चारों बचपन के दोस्त थे एवं एक ही साथ घुमने जाते थे. चारो ने उज्जैन से घरवालों को फोन पर दर्शन अच्छे होने की सूचना भी दी थी. जिसके चलते चारों की अंतिम क्रिया भी एक ही चिता पर की गई. इस दौरान भाजपा नेता मुकेश गोयल, पूर्व संसदीय सचिव रामस्वरूप कसाना, भाजपा के पूर्व प्रदेश महामंत्री कुलदीप धनकड़, वरिष्ठ भाजपा नेता शंकर लाल कसाना, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष एड. हीरालाल रावत, भाजपा जिला उपाध्यक्ष कर्मवीर बोकन, जदयू नेता रामनिवास यादव, पूर्व जिला पार्षद धुड़सिंह शेखावत, समाजसेवी देवेन्द्र दलाल आदि ने अन्तिम संस्कार में पहुंचकर दिवंगत युवकों को श्रद्धांजलि दी.
साथ ही शोक संतप्त परिवारों को ढ़ांढ़स भी बंधवाया. सरपंच सोनू चौधरी और समाजसेवी रतन लाल शर्मा ने बताया कि मृतक युवकों के परिवारों में क्रमश: सत्यवीर जाट की पत्नी सविता और एक लड़का अनुज (15) है जो सीकर में रहकर पढ़ाई कर रहा है. बेहद हंसमुख और मधुर व्यवहार वाला सत्यवीर पेशे से इंजीनियर था जो प्राइवेट कम्पनी में जॉब करता था. इसके अलावा संदीप सिंह की पत्नी शकुन्तला देवी है, संदीप प्रॉपर्टी व्यवसायी था. शेरसिंह जो कि अविवाहित था, वह कृषि कार्य करता था. वहीं हवासिंह की पत्नी बिल्लु देवी, बेटा गौरव (8) कक्षा 3 और बेटी रेशमा (11) कक्षा 6 और अंकिता (17) कक्षा 11 वीं की छात्रा है. हवासिंह सेना से रिटायर होने के बाद गांव के नवयुवकों को सेना की तैयारी करवा रहे थे. लेकिन नीयति को कुछ और ही मंजूर था.
Reporter- Amit Yadav