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Jaipur: राजस्थान में मौजूदा समय में शराब की दुकान चला रहे 68 फीसदी ठेकेदार अगले महीने से शराब की दुकान चलाने के लिए तैयार नहीं है.क्योंकि इन ठेका संचालकों ने राज्य सरकार की ओर से 2 साल के लिए लाइसेंस रिन्यू के दिए गए प्रस्ताव को मानने से मना कर दिया. इस कारण सरकार को अब राज्य में 5, 195 दुकानों को फिर से नीलाम करना होगा.
दरअसल, सरकार ने पिछले साल मार्च 2021 में राज्य की सभी 7, 665 दुकानों को ऑनलाइन नीलामी के जरिए बेचा था.नई आबकारी नीति में टरगेट ज्यादा होने के कारण इनमें से 68 फीसदी ठेकेदारों ने अगले साल दुकानें चलाने से मना कर दिया. उनका मानना है कि सरकार ने जो टारगेट दिया है वह पूरा नहीं होगा. इस कारण उन पर अनावश्यक पेनल्टी लगेगी और घाटा होगा.
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जयपुर में 73% ठेकेदार दोबारा नहीं लेना चाहते शराब का ठेका
जयपुर में वर्तमान में 404 दुकानें हैं, जिनमें से 109 ठेकेदारों ने ही साल 2022-23 और साल 2023-24 के लिए लाइसेंस रिन्यू करवाया है. सरकार ने इस बार लाइसेंस 2 साल के लिए रिन्यू करने का ऑफर दिया है यानी 73 फीसदी ठेकेदार जयपुर में दोबारा दुकान लेना नहीं चाहते है.
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22 मार्च से 6 चरणों मे होगी नीलामी प्रकिया
कई साल बाद ऐसा हुआ है जब शराब की दुकानों पर डिस्काउंट रेट पर ठेकेदार शराब बेच रहे है. जयपुर सहित प्रदेश के कई शहरों और गांव में ऐसे ठेके हैं, जहां जहां 2 या 3 बोतल की खरीद पर एक बोतल फ्री देने या एमआरपी से 25 फीसदी डिस्काउंट रेट पर शराब बेचने को मजबूर हो रहे है. इसके पीछे कारण टारगेट पूरा करना है. क्योंकि 1 अप्रैल से नये ठेके शुरू होंगे, ऐसे में पुराने ठेकेदार शराब नहीं बेच सकेंगे.22 मार्च से 6 चरणों मे होगी नीलामी प्रकिया फिर से शुरू होगी, लेकिन इस बार ज्यादा ठेकेदारों ने लाइसेंस रिन्यू नहीं कराने की इच्छा जताई है.