महिला वनकर्मी के साथ दुर्व्यवहार पर कोई कार्रवाई नहीं, वन्यजीव प्रेमियों में भारी आक्रोश
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महिला वनकर्मी के साथ दुर्व्यवहार पर कोई कार्रवाई नहीं, वन्यजीव प्रेमियों में भारी आक्रोश

15 दिन बीत जाने पर भी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि मामला गैरजमानती धाराओं के तहत दर्ज करवाया गया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर.

Jaipur: राजस्थान के मुकुंदरा टाइगर रिजर्व (Mukundra Tiger Reserve) में महिला वनकर्मी को धमकाने के मामले ने तूल पकड़ा लिया. पर्यावरण प्रेमी, वाइल्डलाइफ ऐक्टिविस्ट, जीव रक्षा संस्था बीकानेर, सोशल एक्टिविस्ट और सचिव, पथिक लोक सेवा समिति सवाईमाधोपुर द्वारा पुरजोर से विरोध जता रहे हैं. 

वाइल्डलाइफ सोशल मीडिया (Wildlife Social Media) पर नाव ठेकेदार, फर्जी वन्यजीव प्रेमी द्वारा महिला वनकर्मी के साथ दुर्व्यवहार और धमकाने के बाद भी कोटा पुलिस और वन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर वन्यजीव प्रेमियों में भारी आक्रोश व्याप्त है. 

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गौरतलब है कि महिला वनकर्मी को बनवारी यदुवंशी, नरेंद्र यदुवंशी और तुषार यदुवंशी द्वारा कार्यस्थल पर ऑन ड्यूटी डराया धमकाया गया था, जिसको लेकर महिला वन कर्मी नें कोटा स्थित किशोरपुरा थाने में आरोपियों के खिलाफ 28 अगस्त को लिखित मुकुदमा दर्ज करवाया था.

वहीं, 15 दिन बीत जाने पर भी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि मामला गैरजमानती धाराओं के तहत दर्ज करवाया गया है. बनवारी पर मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में रात को घुसकर पैंथर पर लाइट डालने, अवैध सफारी करने जैसी कई शिकायतें वन विभाग के अलावा अधिकारियों के पास दर्ज हैं. इसके बावजूद इन आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हो रही है. 

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