रेलवे प्लेटफॉर्म टिकट के नाम पर कूट रहा चांदी, यात्रियों ने उठाए सवाल
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रेलवे प्लेटफॉर्म टिकट के नाम पर कूट रहा चांदी, यात्रियों ने उठाए सवाल

देशभर में कोरोना का प्रभाव बहुत कम होने पर रेलवे ने 80 प्रतिशत ट्रेनों का संचालन भी कर दिया है परंतु रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म टिकट राशि को कम नहीं किया जा रहा है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

Jaipur: उत्तर पश्चिम रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट (Ticket Price) की कीमत 30 से 50 रुपये वसूली जा रही है, ऐसा लग रहा है मानों टिकट की कीमत आसमान छू रही है. कोरोना संक्रमण (Covid Pandemic) का प्रभाव अधिक होने के चलते रेलवे स्टेशनों (Railway Station) पर बेवजह लोगों की भीड़ जमा नहीं हो इसलिए प्लेटफार्म टिकट राशि बढ़ाई गई थी. 

वहीं अब देशभर में कोरोना का प्रभाव बहुत कम होने पर रेलवे ने 80 प्रतिशत ट्रेनों का संचालन भी कर दिया है परंतु रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म टिकट राशि को कम नहीं किया जा रहा है, ऐसे में यात्रियों द्वारा स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट राशि में कमी करने की मांग की है. देशभर के कई राज्यों में स्टेशन प्लेटफार्म राशि कम कर दिया गया है, उत्तर पश्चिम रेलवे प्लेटफार्म राशि कम करने की बजाए कुछ स्टेशनों पर राशि बढ़ा दिया है.

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उत्तर पश्चिम रेलवे सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण का कहना है कि उत्तर पश्चिम रेलवे प्रधान मुख्यालय से सभी मंडल प्रबंधकों को निर्देशित कर दिया गया है कि अपने स्तर पर रेलवे प्लेटफार्म टिकट राशि में कमी कर सकते हैं लेकिन उत्तर पश्चिम रेलवे के मंडल प्रबंधक के अधिकारी प्रधान मुख्यालय महाप्रबंधक के आदेशों की भी अनदेखी कर रहे हैं. क्या महाप्रबंधक के आदेशों का मंडल प्रबंधक के अधिकारियों पर कोई असर नहीं देखा जा रहा है.

अभी भी जयपुर रेलवे स्टेशनों सहित अन्य स्टेशनों पर 30 से 50 रुपये प्लेटफार्म राशि वसूली जा रही है. धीरे-धीरे कोरोना का प्रभाव कम होने के बाद से रेलवे स्टेशनों पर यात्री की भारी भीड़ देखी जा रही है. रेलवे स्टेशन अधिकारियों का मानना है कि आरक्षित यात्री बड़ी संख्या में स्टेशनों पर पहुंच रहे हैं. लोकल यात्री टिकट नहीं शुरू होने की वजह से स्टेशन नहीं पहुंच रहे हैं लेकिन फिर भी कोरोना से पहले आने वाले यात्री की संख्या का 80 प्रतिशत यात्री यात्रा के लिए स्टेशन पहुंच रहे हैं. 

उत्तर पश्चिम रेलवे के सीपीआरओ कैप्टन शशि किरण ने बताया कि सभी मंडल प्रबंधकों को अपने स्तर पर निर्णय लेने के लिए निर्देशित किया गया है, फिर से एक बार और महाप्रबंधक द्वारा प्लेटफार्म टिकट पर निर्णय लेने के लिए निर्देशित किया जा चुका है.

उत्तर पश्चिम रेलवे पर कोरोना काल से पहले 560 ट्रेनों का संचालन होता था, लेकिन कोरोना के चलते ट्रेनों की के संचालन में कमी आई है. अब कोरोना का प्रभाव कम होने से उत्तर पश्चिम रेलवे पर 436 ट्रेनों का संचालन हो रहा है. जिसमें 54 ट्रेनों कम दूरी की संचालित की जा रही है, तो वहीं अन्य लंबी दूरी की आरक्षित ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है. जिसमें मेल, सुपरफासट, एक्सप्रेस, शताब्दी, राजधानी, जनशताब्दी, हमसफर, दुरन्तों, गरीब रथ, इंटरसिटी, डबलडेकर सहित ट्रेनों का संचालन हो रहा है.

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जरूरत है तो एमएसटी टिकट की चालू करने की, जिससे आम नागरिक भी ट्रेनों में सफर कर सके. वहीं लंबी दूरी की ट्रेनों में अनारक्षित डिब्बों को जोड़ने की जरूरत है, जिससे आमनागरिक भी ट्रेनों में सफर कर अपने गंतव्य तक पहुंच सके. रेलवे स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट राशि में कमी की जाए ताकि ट्रेन के यात्री को राहत मिले.

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