RPSC Paper Leak Case : राजस्थान में RPSC की सैकेंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले को लेकर प्रदेश के लोगों में गुस्सा है. प्रदेश की राजनीति गर्मायी हुई है . इस बीच मामले का मास्टर माइंड सुरेश ढाका गायब है. अपनी शानों शौकत दिखकर युवाओं को अपने जाल में फंसाने वाले सुरेश ढाका की कई तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर छायी हुई है.
भाई साहब ने फेसबुक पर लिखा है कि बदल जाऊं तो मेरा नाम वक्त रखना, थम जाऊं तो हालात और छलक जाऊं तो मुझे जज्बात कहना, महसूस हो जाऊं तो दोस्त समझना...महाशय की पूरे राज्य की पुलिस तलाश में हैं, अब ये बदलेंगे भी, थमेंगे भी, छलकेंगे भी और इन्हें बहुत कुछ महसूस भी होगा.
सुरेश ढाका ने सोशल मीडिया पर फर्जी फॉलोवर्स बढ़ाये ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को चंगुल में फंसा सके. फेसबुक पर उसके महंगे शौक और छपास की बीमारी को आप तस्वीरों के जरिए देख सकते हैं.ढाका कई मंत्रियों के ट्विटर हैंडल और फेसबुक पेज हैंडल करता था और इसके अलावा उसके खुद के भी सभी सोशल मीडिया अकाउंट वेरिफाइड हैं.
राजनीतिक पहुंच रखने वाले सुरेश ढाका के फेसबुक अकाउंट पर 15 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं. सांचौर के अचलपुर गांव का रहने वाला है ढाका पहले भी मनी लॉन्ड्रिंग और पेपर लीक मामले में जेल जा चुका है. फिलहाल पुलिस ढाका की तलाश कर रही है.
RPSC भर्ती परीक्षा पेपर लीक केस के जिन तीन लोगों के नाम सामने आये हैं वो सभी जालोर से हैं. इनमें सुरेश ढाका, सुरेश बिश्नोई और भूपेंद्र सारण शामिल है. जिनमें से सुरेश विश्नोई ने हर अभ्यर्थी से 10-15 लाख रुपये एक पेपर के बदल लिए थे. सुरेश ढाका और सुरेश विश्नोई जीजा-साला है.
जयपुर की उमंग क्लासेस का कोचिंग संचालक सुरेश ढाका RPSC भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले का मेन मास्टर माइंड था. जिसने महज 15 दिन में पेपर लीक का प्लान तैयार कर लिया था. एक लाख रुपए में जीपीएस लगी बस को किराये पर लिया गया और बस में ही पेपर को सॉल्व कराया गया. मामले अब तक 55 लोगों को पकड़ा गया है जिसमें सुरेश ढाका का भाई सुरेंश विश्नोई भी शामिल है. जो जोधपुर का रहने वाला है.
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