इस बीच गांवों में अघोषित कटौती की मार बढ़ने लगी है.
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Jaipur: राजस्थान में बिजली संकट (Power crisis) बरकरार है. मांग और आपूर्ति में 2220 मेगावाट का अंतर है. ऊर्जा महकमा कोशिश कर रहा है कि खदानों से कोयला रेक (Coal rake) जल्द से जल्द पहुंचे, इसके लिए अधिकारियों को भेजा गया है. अतिरिक्त मुख्य सचिव ऊर्जा डॉ सुबोध अग्रवाल (Dr. Subodh Agarwal) ने केंद्रीय कोयला सचिव अनिल जैन को पत्र लिखकर कोयला आपूर्ति बढ़ाने की मांग की है. इस बीच गांवों में अघोषित कटौती की मार बढ़ने लगी है. जयपुर, जोधपुर और अजमेर डिस्कॉम तय सिड्यूल के अलावा मेंटिनेंस और अघोषित कटौती कर बिजली प्रबंधन में जुटी है.
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क्या है स्थिति
-सरकारी आंकड़ों में बिजली व्यवस्था सुधरी है.
-धरातल पर बिजली कटौती परेशान करने लगी है.
-दो दिन में 795 मेगावाट क्षमता की इकाइयों में उत्पादन शुरु.
-उत्पादन निगम और अडानी की जेवी से कोयले की रेक बढ़ी.
-ACS एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने केन्द्रीय कोयला सचिव अनिल जैन को लिखा पत्र.
-प्रदेश में कोल इंडिया से कोयला की आपूर्ति बढ़ाने की मांग.
-11 के मुकाबले 5 ही रेक हो रही है कोल कम्पनियों से डिस्पेच.
-विद्युत उत्पादन निगम और अडानी के संयुक्त उपक्रम से मिली 16 रेक.
-सभी तापीय इकाइयों के लिए कोयला की 21 रेक प्रतिदिन की आवश्यकता राज्य में 9317 मेगावाट की उपलब्धता.
-10,683 मेगावाट की औसत और 12,200 मेगावाट की अधिकतम मांग.
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कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई से 5 रेक ही डिस्पेच हो रही है
राजस्थान में पिछले दो दिनों में 795 मेगावाट विद्युत क्षमता के कालीसिंध एवं कोटा तापीय विद्युत गृहों (Kota Thermal Power Stations) में बिजली का उत्पादन आरंभ हो गया है. अतिरिक्त मुख्य सचिव एनर्जी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने केन्द्रीय कोयला सचिव अनिल जैन (Anil Jain) से प्रदेश में कोल इंडिया (Coal India) से कोयला (Coal Shortage) की आपूर्ति बढ़ाने की मांग की है. उन्होंने बताया कि कोल इंडिया से राजस्थान को करीब साढ़े ग्यारह रेक प्रतिदिन उपलब्ध करानी है जबकि अभी कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई से 5 रेक ही डिस्पेच हो रही है.
राजस्थान में प्रतिदिन इतने रेक की मांग थर्मल पावर प्लांट्स को है
राजस्थान में प्रतिदिन 21 रेक की मांग थर्मल पावर प्लांट्स (Thermal Power Plants) को है. अब प्रदेश में 15 से 16 रेक डिस्पेच होने लगी है जबकि इससे पहले कम मात्रा में रेक डिस्पेच हो रही थी. कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई एनसीएल से 4 और एसईसीएल से एक ही रेक डिस्पेच हुई है. वहीं, विद्युत उत्पादन निगम (Power generation corporation) और अडानी के संयुक्त उपक्रम से अधिक रेक प्राप्त होने लगी है.
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प्रदेश में बिजली की इतने मेगावाट की उपलब्धता रही है
10 अक्टूबर को उत्पादन निगम के कोल ब्लॉक से 11 रेक डिस्पेच हुई है. प्रदेश में बिजली की 9317 मेगावाट की उपलब्धता रही है. वहीं 10,683 मेगावाट की औसत मांग और 12,200 मेगावाट की अधिकतम औसत मांग है. बिजली संकट (Rajasthan Power Crisis) दूर करने के लिए ऊर्जा बचत (Energy saving) के लिए जागरूक भी बिजली कम्पनियां कर रही है.