राजस्थान में 2 लाख लोगों ने एक साथ इस जगह पहुंचकर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, देखिए तस्वीरें
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राजस्थान में 2 लाख लोगों ने एक साथ इस जगह पहुंचकर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, देखिए तस्वीरें

पिंकसिटी में देशी-विदेशी पर्यटकों की बढ़ती संख्या से पर्यटन उद्योग में रौनक देखी जा रही है. सात समंदर पार भारतीय एनआईआर भी अपने परिवार के साथ राजस्थान की कला-संस्कृति और विरासत को देखने पहुंचे. 

राजस्थान में 2 लाख लोगों ने एक साथ इस जगह पहुंचकर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, देखिए तस्वीरें

Jaipur: देश-दुनिया में मोर मुकुट के तौर पर पहचान रखने वाले हवामहल ने एक विश्व रिकॉर्ड बना दिया है. 15 अगस्त को हवामहल के वैभव को देखने के लिए देश-विदेश के कुल 1 लाख 95 हजार 367 सैलानी पहुंचे, जो कि एक विश्व रिकॉर्ड है. 

हवामहल अधीक्षक सरोजनी चंचलानी ने बताया कि देशभर में 1 दिन में किसी भी राज्य सरकार के अधीन एक स्मारक पर पहुंचने वाले पर्यटकों की यह सर्वाधिक संख्या बताई जा रही है. 

 

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पिंकसिटी में देशी-विदेशी पर्यटकों की बढ़ती संख्या से पर्यटन उद्योग में रौनक देखी जा रही है. पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ. महेंद्र सिंह खड़गावत पर्यटकों की आवक से उत्साहित नजर आए. डॉ. महेंद्र सिंह का कहना है कि 15 अगस्त को राजधानी के स्मारकों पर पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या सवा 3 लाख से ज्यादा रही. 

हवामहल के अलावा जंतर-मंतर करीब 46 हजार, आमेर और अल्बर्ट हॉल 40-40 हजार और ईसरलाट देखने भी 1701 पर्यटक पहुंचे. इस संख्या में और इजाफा होना तय है क्योंकि नाहरगढ़ के अंतिम आंकड़े अवकाश के चलते विभाग एकत्र नहीं कर पाया था. इसी तरह झालाना और आमागढ़ लेपर्ड सफारी देखने वालों की संख्या भी आज 294 के आंकड़े तक पहुंची. 

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आंकड़ा चार लाख के पार भी पहुंच सकता था, यदि नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क को बंद नहीं रखा जाता, लेकिन वन विभाग द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित पार्क को बंद रखा जाता है. ऐसे में पर्यटकों को निराश लौटना पड़ा. राज्य सरकार के निर्देश पर पुरातत्व विभाग ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्मारक एवं संग्रहालयों में 13, 14 और 15 अगस्त को पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क करने के आदेश जारी किए थे. 

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यह फैसला पर्यटकों को इतना भाया कि उन्होंने विभाग के फैसले को हाथों हाथ लिया और अपनी संस्कृति और विरासत को नजदीक से जानने पहुंचे. इस दौरान सात समंदर पार भारतीय एनआईआर भी अपने परिवार के साथ राजस्थान की कला-संस्कृति और विरासत को देखने जयपुर पहुंचे. 

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