Rajasthan में IPS के बाद अब IAS अफसरों के तबादले की तैयारी, जानें किन पर गिरेगी गाज!
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Rajasthan में IPS के बाद अब IAS अफसरों के तबादले की तैयारी, जानें किन पर गिरेगी गाज!

आईपीएस तबादला सूची में जनप्रतिनिधियों की अधिकारियों पर नाराजगी की छाप साफ देखी जा सकती है. ऐसे में माना जा रहा है कि कलेक्टर के तबादले भी नाराज नेताओं के अनुसार ही किए जाएंगे. 

प्रतीकात्मक तस्वीर.

Jaipur: प्रदेश में देर रात 15 आईपीएस अफसरों के तबादलों के बाद अब गहलोत सरकार (Gehlot Government) तकरीबन एक दर्जन से अधिक आईएएस अफसरों का तबादला करने की तैयारी में है. 

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आईपीएस तबादला सूची में जनप्रतिनिधियों की अधिकारियों पर नाराजगी की छाप साफ देखी जा सकती है. ऐसे में माना जा रहा है कि कलेक्टर के तबादले भी नाराज नेताओं के अनुसार ही किए जाएंगे. 

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देर रात तबादला किए गए कई आईपीएस अफसर भी जनप्रतिनिधियों के निशाने पर थे. नागौर एसपी श्वेता धनकड़ के खिलाफ नागौर सांसद और रालोपा प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने मोर्चा खोल रखा था. हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने डीजीपी से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) तक से शिकायत की थी. इसके अलावा सिरोही एसपी हिम्मत अभिलाष भी निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा के निशाने पर थे तो वहीं भरतपुर सांसद रंजीता कोली (Ranjita Koli) पर हुए हमले के बाद से भरतपुर एसपी देवेंद्र सिंह (Devendra Singh) को लेकर मंत्री सुभाष गर्ग सहित कई नेताओं के निशाने पर चल रहे थे.

आधा दर्जन जिलों के कलेक्टर के नाम भी तबादला सूची में शामिल
बताया जाता है कि जिन आईएएस अफसरों की तबादला सूची जारी होने वाली है उनमें आधा दर्जन जिलों के कलेक्टर भी हैं. इन कलेक्टर्स की कार्यप्रणाली को लेकर गहलोत सरकार के कई मंत्री और विधायक सवाल खड़े कर चुके हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि तकरीबन आधा दर्जन जिला कलेक्टर्स की छुट्टी तय है. सूत्रों की मानें तो जयपुर, बूंदी, झुंझुनू, प्रतापगढ़ और जैसलमेर के जिला कलेक्टर्स को बदला जा सकता है. 

जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा की कार्यप्रणाली को लेकर थे सवाल 
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) ने मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान ही जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा (Antar Singh Nehta) की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल खड़े किए थे. खाचरियावास का कहना था कि पूरे कोरोना काल में कलेक्टर अपने चेंबर से ही बाहर ही नहीं निकले, इसे लेकर खाचरियावास ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी तो वहीं जैसलमेर कलेक्टर आशीष मोदी भी कैबिनेट मंत्री साले मोहम्मद के निशाने पर हैं. 

कांग्रेस के स्थानीय जनप्रतिनिधियों में गहरी नाराजगी 
झुंझुनूं कलेक्टर यूड़ी खान को लेकर भी कांग्रेस नेताओं में नाराजगी बढ़ी हुई है. वहीं बारां कलेक्टर राजेंद्र विजय की कार्यप्रणाली को लेकर वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने मोर्चा खोल रखा है. प्रतापगढ़ और बूंदी कलेक्टर को लेकर भी कांग्रेस के स्थानीय जनप्रतिनिधियों में गहरी नाराजगी है.

वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी ने भी लगाए थे ये आरोप
दरअसल कई बार ऐसा देखने को मिलता है, जब नौकरशाहों-जनप्रतिनिधियों के बीच ही कई बार पटरी नहीं बैठ पाती है. कई बार जनप्रतिनिधि नौकरशाहों पर उनके काम नहीं करने और वह तवज्जो नहीं देने के आरोप लगा चुके हैं. हाल ही में बाड़मेर के गुडामालानी से इस्तीफा देने वाले वरिष्ठ विधायक हेमाराम चौधरी ने भी जिला कलेक्टर पर उनकी सुनवाई नहीं करने के आरोप लगाए थे.

 

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