Rajasthan - नेशनल JJM ने खोली भ्रष्टाचार की पोल, 12 किमी तक बिछी हैं भ्रष्टाचार की लाइन
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Rajasthan - नेशनल JJM ने खोली भ्रष्टाचार की पोल, 12 किमी तक बिछी हैं भ्रष्टाचार की लाइन

Rajasthan News- नेशनल जल जीवन मिशन की टीम  राजस्थान चार दिन तक निरीक्षण किया. जिसमें एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. टीम ने कार्रवई करते हुए 5 राज्यों के 51 गांवों में जांच की, वहां के सैंपल लिए. जिसके बाद वहां की असलियत सामने आई.

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Rajasthan News- नेशनल जल जीवन मिशन की टीम राजस्थान में चार दिन तक निरीक्षण किया.फील्ड से लेकर दफ्तर तक केंद्र की टीम ने जल जीवन मिशन की गड़बड़ियों और शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए अखिक्कत की पोल खोल दी.  टीम ने कार्रवई करते हुए 5 राज्यों के 51 गांवों में जांच की, वहां के सैंपल लिए. जिसके बाद वहां की असलियत सामने आई.

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12 किलोमीटर तक भ्रष्टाचार की लाइन बिछी
जल जीवन मिशन के जरिए राजस्थान को पानी पिलाने वाले इंजीनियर्स के इन दिनों पसीने छूटे हुए है,क्योंकि केंद्र की जांच टीम भ्रष्टाचार की परतों खोद रही है.नेशनल जल जीवन मिशन के डायरेक्टर रणजीत सिंह केंद्र की टीम के साथ शाहपुरा के अमरसर में पहुंचे तो  उनके होश उड़ गए.जमीन खोदी तो भ्रष्टाचार की परतें सबके सामने खुलकर बाहर आ गई,क्योंकि वहां पानी के डीआई पाइप की जगह एचडीपीई के पाइप बिछे हुए थे.सबसे हैरानी की बात ये है कि एक दो या तीन किलोमीटर की नहीं,बल्कि 12 किलोमीटर तक भ्रष्टाचार की यह लाइन बिछी हुई मिली.

अमरसर तो सिर्फ ट्रेलर है

इतना ही नहीं ये तो ट्रेलर था,पूरी पिक्चर अभी बाकी है.अमरसर में बालाजी कंस्ट्रक्शन की जगह जिंदल सॉ फर्म के झुंझुनू की पेयजल योजना के पाइप मिले.यानि यहां चोरी के पाइप बिछाए जा रहे थे.ईडी के एक्टिव होने के बाद से तो जब इंजीनियर्स और ठेकेदार को भनक लगी तो रातों रात एचडीपीई पाइप की जगह डीआई पाइप भी कई जगह बिछाए गए,ताकि चोरी पकड में ना आए.इसके साथ साथ नेशनल जेजेएम की टीम ने जल भवन पहुंचकर मुख्यालय में जेजेएम चीफ इंजीनियर आरके मीणा और स्पेशल प्रोजेक्ट चीफ इंजीनियर दिनेश गोयल से टैंडर प्रोसेज को लेकर रिपोर्ट मांगी.इंजीनियर्स इस दौरान हक्के-बक्के दिखाई दिए.

दूदू-अलवर की पिक्चर अभी बाकी है

ये तो सिर्फ शाहपुरा का ही ट्रेलर है,क्योकि नेशनल जल जीवन मिशन की टीम राजस्थान के 51 गांवों में जाकर जांच की और सैंपल लिए,इसलिए असली पिक्चर तो अभी बाकी है. जयपुर के साथ साथ सवाईमाधोपुर,दौसा,अलवर,श्रीगंगानगर के गांवो में क्वालिटी और ड्रांइग डिजाइन की जांच की.दूदू में वर्कआर्डर से पहले फर्म ने टंकियों का निर्माण कार्य करवाया.वहीं दौसा में सांसद किरोडीलाल मीणा की शिकायत के बाद जांच की गई.दूसरी तरफ अलवर में सांसद बाबा बालकनाथ ने घपले की शिकायते की थी,जिसको लेकर नेशनल जल जीवन मिशन की टीमों में सैंपल किए है.इसलिए भ्रष्टाचार और घोटाले को लेकर और खुलासे होने बाकी है.
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