Jaipur News: गुलाबी शहर जयपुर में विंटेज,क्लासिक कारों का जलबा देखने को मिला. ये कारें अपने डिफ्रेंट फीचर्स और खूबसूरत लुक से जयपुराइट्स को ही नहीं बल्कि देशी-विदेशी मेहमानों को भी लुभाती नजर आ रही हैं.एग्जीबिशन का उद्घाटन जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ ने करा.
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Jaipur News: गुलाबी शहर जयपुर में विंटेज, क्लासिक कारों का जलबा देखने को मिला.ये कारें अपने डिफ्रेंट फीचर्स और खूबसूरत लुक से जयपुराइट्स को ही नही बल्कि देशी-विदेशी मेहमानों को भी लुभाती नजर आ रही है. 120 से अधिक कार एक ही जगह पर जयपुर में पहली बार देखने को मिली. एग्जीबिशन का उद्घाटन जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ ने करा कल जयपुर शहर में इन सभी कारों की एक राइड़ निकाली जाएगी,शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए रामबाग पोलो मैदान मैच के फाइनल की गवाह बनेगी.
प्रदेशवासियों को विंटेज और क्लासिक कारे अपने स्टाइल और खूबसूरत लुक से आकर्षित करती नजर आ रही है.वहीं, लोगों को देश और दुनियां के कारों के हैरिटेज और हिस्ट्री से भी रुबरु होने का मौका मिल रहा है. इस दौरान लोगो ने कारों के साथ सेल्फी और फोटो खिचाते नजर आए.एग्जीबिशन के दौरान ऐसा लग रहा था कि मानों कारों का कारवां अपने इतिहास की कहानी खुद कह रहा हो. एग्जीबिशन के दौरान रैनो कम्पनी द्वारा निर्मित 1906 से लेकर 1965 तक की विंटेज और कारों सहित स्पोर्ट्स कारों को प्रदर्शित किया गया है,जिसमें क्लासिक्स-यूरोपियन, क्लासिक्स-अमेरिकन,यूरोपियन रोल्स रॉयस, सर्पोटेशन, क्लासिक्स-थंडरर्बड, स्पोर्ट्स कारों सहित इंडियन हैरिटेज 1947 से 1965 तक भारत में बनी या
असेंबल हुई कारे शामिल है. पुरानी कारों के शौकीन सुधीर कासलीवाल ने बताया कि भारत में क्लासिक कार कलेक्शन में न केवल एक नया दौर शुरु हुआ है, बल्कि कारों के ऐतिहासिक महत्व के मामले में भी दुनिया में अग्रणी पंक्ति में आ गया है.अब भारत में विंटेज कारों के रखरखाव का स्तर अंतरराष्ट्रीय स्तर का है.
वहीं पर्यटन विभाग की ओर से इस एग्जीबिशन और राइट में सहयोग किया जा रहा है. पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर उपेंद्र सिंह ने बताया ऐसे कार्यक्रम आयोजित होने से प्रदेश में सैलानियों की संख्या बढ़ती है जिससे प्रदेश के कई लोगों को रोजगार मिलता है, पर्यटन विभाग राजस्थान में और अधिक पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहा है. समय-समय पर देसी ही नहीं विदेशी पर्यटक के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं इसी घड़ी में इस कार्यक्रम में भी पर्यटन विभाग पर चढ़कर अपनी हिस्सेदारी निभा रहा है.
एग्जीबिशन में देशभर की 120 से अधिक कार्य अपने भागीदारी निभा रही है, वहीं पुरानी कारों के शौकीन ने बताया वह इन कारों को अपने बच्चों से भी अधिक प्यार और दुलार करते हैं, जिस तरह एक छोटे बच्चों की देखभाल की जाती है वैसे ही इन कारों को रखा जाता है. उन्होंने कहा उनके पास 20 से अधिक विंटेज और क्लासिकल कारों की श्रृंखला है, उन्होंने घर में ही अपना एक गेराज बना रखा है इस गैराज में इन सभी गाड़ियों की मेंटेनेंस और फिटनेस होती है देश भर में आयोजित होने वाली प्रदर्शनी में वह हिस्सा लेते हैं और उन्हें अपने से ज्यादा इन कारों पर गर्व है.
भारत का इतिसाह और हैरिटेज इतना रिच है वहीं कारों से भी भारतीयों को जुडाव उतना ही पुराना है, भारतीय की आज ही नही बल्कि राजे रजवाडों के समस से ही खूबसूरत स्टाइल और लुक वाली कारें पसंद रही है.दुनियां में बनने वाली मंहगी से मंहगीं कारें भारतीयों के कलेक्शन में रही है, और ऑटोमोटिव का सबसे बडा मार्केट हिन्दुस्तान ही रहा है.इससे अंदाजा लगा सकते है कि भारत अपनी शानों-शौकत और हैरिटेज में दुनियां में अपनी अलग पहचान रखता है.
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