मौजूदा समय में प्रदेश में ऐसे दस प्रमुख पद हैं जिन पर जाति से ब्राह्मण चेहरे बैठे हैं.
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Jaipur: राजस्थान पुलिस को उमेश मिश्रा के रूप में नया पुलिस महानिदेशक मिल गया है. हालांकि अभी तक मिश्रा के डीजीपी का पदभार संभालने में मौजूदा डीजीपी एमएल लाठर के रिटायरमेन्ट तक का वक्त है लेकिन कामकाज संभालने से पहले ही नई चर्चा शुरू हो गई है. पॉलिटिकल और ब्यूरोक्रेटिक सर्किल में चर्चा इस बात की है कि प्रदेश में कई उच्च पदों पर ऐसे चेहरे बैठे हैं जो जाति से ब्राह्मण हैं. पावर गैलरी के साथ ही इस बात की चर्चा सोशल मीडिया पर भी हो रही है.
इस चर्चा में जुड़ रहे लोग ऐसे नाम गिना रहे हैं जो जाति से ब्राह्मण हैं. ऐसे में अगर कोई एक नाम भूल जाता है तो दूसरे नाम को खोजकर लाना भी सोशल मीडिया पर आपसी होड़ का विषय है. अब इसे वोट बैंक को साधने की कवायद कहें या फिर जातीय तुष्टीकरण का प्रयास, या फिर योग्यता को तरजीह कहा जाए, लेकिन सच्चाई यही है कि मौजूदा समय में प्रदेश में ऐसे दस प्रमुख पद हैं जिन पर जाति से ब्राह्मण चेहरे बैठे हैं.
ब्यूरोक्रेसी से लेकर राजनीति में ब्राह्मणों के वर्चस्व की चर्चा
राजस्थान में नये पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति के साथ ही जातिगत आकलन होने लगा है. उमेश मिश्रा के डीजीपी बनने की खबर आने के बाद पहले प्रशासनिक सर्किल में फिर राजनीतिक गलियारे में और उसके बाद सबसे बड़े खुले मंच यानी सोशल मीडिया पर प्रमुख पदों पर बैठे ब्राह्मण चेहरों की चर्चा शुरू हो गई है. इस लिस्ट में सबसे पहले नाम लिया जा रहा है राज्यपाल कलराज मिश्रा का. इसके साथ ही राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी को भी सर्वोच्च पद पर शुमार ब्राह्मण चेहरा बताया जा रहा है.
इसके साथ ही लिस्ट में प्रशासनिक मशीनरी की मुखिया उषा शर्मा, पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा, राजस्थान लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय क्षोत्रिय का नाम शुमार है. इसी तरह एक नाम अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा का भी है. सरकार के मन्त्रिमण्डल को भी इस जातीय चश्मे से अछूता नहीं रखा गया है और गहलोत कैबिनेट में शुमार बीडी कल्ला और महेश जोशी को भी सरकार में शुमार ब्राह्मण चेहरों के रूप में बताया जा रहा है.
जो लिस्ट सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है उसमें तो सीएमओ से भी कई नाम गिनाये गए हैं. इसमें सीएमओ में तैनात शशिकांत शर्मा, आईपीएस शंकरदत्त शर्मा, महिपाल भारद्वाज, मुख्यमन्त्री के प्रेस सलाहकार अनुराग वाजपेयी, ओएसडी लोकेश शर्मा और सलाहकार गोविन्द शर्मा तक का नाम शामिल है. हालांकि सोशल मीडिया पर चली चर्चा में लोगों ने नवलगढ़ विधायक और मुख्यमन्त्री के सलाहकार राजकुमार शर्मा समेत दूसरे नाम भी लोग गिनवा रहे हैं.
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