राजस्थानी संस्कृति की बिखरेगी छंटा, पर्यटन विभाग ने की खास तैयारी
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राजस्थानी संस्कृति की बिखरेगी छंटा, पर्यटन विभाग ने की खास तैयारी

राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में कोरोना के मामलों में दिनोंदिन कमी देखने को मिल रही है. इस बीच अब जनजीवन पूरी तरह से पटरी पर लौट चुका है. साथ ही राज्य सरकार की ओर से कई छूट भी प्रदेशवासियों को दी है.

राजस्थानी संस्कृति की बिखरेगी छंटा

Jaipur: राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में कोरोना के मामलों में दिनोंदिन कमी देखने को मिल रही है. इस बीच अब जनजीवन पूरी तरह से पटरी पर लौट चुका है. साथ ही राज्य सरकार की ओर से कई छूट भी प्रदेशवासियों को दी है.

सबसे अच्छी बात यह है कि पर्यटन सीजन में शहर सहित प्रदेशभर के पर्यटन स्थलों का दीदार करने के साथ ही पर्यटन विभाग के मेले उत्सवों का दौर भी अब फिर से शुरू होगा. दो साल बाद पर्यटन मेले लगने से स्थानीय लोगों को रोजगार के साधन बढ़ेंगे, स्वर्ण नगरी जैसलमेर में विश्व विख्यात मरू महोत्सव का आयोजन 13 से 16 फरवरी तक 4 दिन के लिए आयोजित किया गया. इनमें कई सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ सेलिब्रिटीज नाइट का भी आयोजन हुआ.

पर्यटन विभाग ने की तैयारी
पर्यटन विभाग की ओर से फरवरी और मार्च के साथ ही आगामी दिनों में होने वाले पर्यटन मेले-महोत्सव फिर से शुरू होंगे. हालांकि यह मेले पूरी तरह से घरेलू पर्यटकों पर ही फोकस रहेंगे. विदेशी सैलानी इन मेलों के गवाह नहीं बनेंगे. मेलों के आयोजन के लिए पर्यटन विभाग पूरी तरह से तैयार है. पर्यटन विभाग के निदेशक निशांत जैन ने बताया कि डेजर्ट फेस्टिवल की थीम को "उम्मीदों की नई उड़ान" नाम दिया गया है.

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विभाग के साथ ही होटल कारोबारियों ने खास तैयारी की है. इधर सैलानियों की आवाजाही के चलते जैसलमेर के सभी होटल फूल रहे. कार्यक्रमों में प्रस्तुति देने के लिए जयपुर के कलाकार भी जैसलमेर गए. सभी मेलों की परम्पराओं को बनाते हुए सब मेले की थीम रहती है.

थीम के मुताबिक होंगे उत्सव
इस सप्ताह जालौर उत्सव चल रहा वहीं डूंगरपुर जिले में बेणेश्वर मेला, जैसलमेर जिले में मरू महोत्सव का समापन कल हुआ. इसके बाद भरतपुर में मार्च में ब्रज होली, जयपुर में धूलण्डी महोत्सव भी होगा. मार्च में राजस्थान फेस्टिवल, अप्रेल में गणगौर, मेवाड़, समर फेस्टिवल सहित अन्य मेले उत्सव अलग-अलग जिलों में होंगे. इसके अलावा आगामी महीनों के महोत्सवों की तारीखें जिलों में होने वाले कार्यक्रमों के मुताबिक तय है.

हालांकि इनमें फेरबदल किया जा सकता है. कोरोना से राहत मिलने के बाद जयपुर में धूलंडी महोत्सव भी होने के पूरे आसार हैं. पर्यटन निदेशक निशांत जैन ने बताया कि पर्यटकों के आने से 60 प्रतिशत से अधिक व्यवसाय में रौनक आ जाती है. ऐसे में अब जरूरत है पर्यटकों को ज्यादा से ज्यादा आकर्षित करने की इसके लिए थीम के मुताबिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.

इसके साथ ही आनलाइन वर्चुअल माध्यम से कई गतिविधियां संचालित की जा रही है. वहीं कोरोना की पाबंदी खत्म होने पर पर्यटन गाइडों में खुशी का माहौल है. अब आने वाले दिनों में पर्यटन में भी बूम देखने को मिलेगा. साथ ही विदेशी पर्यटक ग्रुपों के कॉल भी गाइडों के पास आने लगे हैं. अब फिर से राजस्थान विदेशी पर्यटकों की चहल कदमी बढेगी तो वहीं पर्यटन उधोग भी बढ़ेगा.

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