रीट पेपर लीक मामले में लगातार राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को बर्खास्त करने और कर्मचारियों के निलंबन के बाद कहा कि मामले में अब तक एसओजी पर भले ही प्रेशर नहीं रहा हो लेकिन, अब दबाव बढ़ेगा क्योंकि इस परीक्षा में पेपर लीक के तारे ऊंचे स्तर तक जुड़े हैं.
Trending Photos
Jaipur: राजस्थान में रीट पेपर लीक मामले में लगातार राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारोली को बर्खास्त करने और कर्मचारियों के निलंबन के बाद कहा कि मामले में अब तक एसओजी पर भले ही प्रेशर नहीं रहा हो लेकिन, अब दबाव बढ़ेगा क्योंकि इस परीक्षा में पेपर लीक के तारे ऊंचे स्तर तक जुड़े हैं.
उन्होंने जारोली के राजनीतिक संरक्षण के दिए बयान को आधार बनाते हुए कहा कि मामले की जांच अब सीबीआई से कराने की जरूरत है. इसी के साथ किरोड़ी मीणा ने कांग्रेस से जुड़े संगठनों और उनके पदाधिकारियों को रीट परीक्षा में लगाने पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा इन संगठनों को किस तरह से फायदा पहुंचाया जा रहा है.
यह भी पढ़ेंः REET Paper Leak Case: विकास जाखड़ ने खत्म किया अनशन, REET को लेकर कही ये बात
वहीं, किरोड़ी ने राज्य सरकार के एक मंत्री की भूमिका की जांच की मांग की. साथ ही सीकर के एक नेता का बिना नाम बताए कहा कि उन्होंने सीकर में दो हजार प्रश्नों का एक संभावित प्रश्न बैंक दस-दस लाख रुपए में बिकवाया. जिसकी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में पेपर सैट करने के लिए भी दिया गया. सांसद मीणा ने इस मामले में सीएम से जहां सीबीआई जांच की मांग की. साथ ही यह भी कहा कि पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को चाहिए कि वे इस मामले में मौन रहने के बजाय दिल्ली तक उठाना चाहिए.
राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने REET पेपर लीक मामले में मंत्री सुभाष गर्ग पर गंभीर आरोप लगाए है. डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने पूरे मामले में गर्ग की संलिप्तता के आरोप लगाते हुए उन्हें पद से हटाने और गिरफ्तार करने की मांग की है. मीणा ने आरोप लगाया हैं कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल के पदाधिकारी इसमें शामिल है. उन्होंने कहा कि इसे गहलोत सरकार ने सौ करोड़ रुपए आवंटित किए हैं.
राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि रीट पेपर में सेंटर बनाने में भी धांधली की गई है. मंत्री की परिचित को अजमेर जिले का कॉर्डिनेटर बनाया गया था. उन्होंने कहा कि रीट के पार्ट प्रथम का भी पेपर लीक हुआ है इसलिए पूरे मामले की जांच सीबीआई को देनी चाहिए.
यह भी पढ़ेंः नेता प्रतिपक्ष कटारिया का यू टर्न, रीट पेपर लीक की अब सीबीआई जांच की मांग
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी स्टडी सर्किल के नेशनल को-ऑर्डिनेटर सुभाष गर्ग हैं, रीट परीक्षा को आयोजित कराने में ऐसे तमाम लोगों को जिम्मेदारी दी गई, जो राजीव गांधी स्टडी सर्किल के रीजनल को-ऑर्डिनेटर और सदस्य हैं. ऐसे में रीट प्रकरण में शक की बड़ी सुई सुभाष गर्ग की तरफ घूम रही है, इसलिए निष्पक्ष जांच में सहयोग करने के लिए सुभाष गर्ग को मंत्री पद से तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और मामले की सीबीआई जांच करवाई जानी चाहिए.
वहीं, मीणा ने ये भी आरोप लगाया कि जब सुभाष गर्ग माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष थे. उस दौरान आरटेट परीक्षा के आयोजन में भी बड़ी धांधली का मामला सामने आया था और परीक्षा के पेपर कोलकाता की प्रिंटिंग प्रेस पर छपवाए थे और इस बार रीट परीक्षा के पेपर भी सरस्वती प्रिंटिंग प्रेस पर ही छपवाए गए हैं. ऐसे में रीट पेपर घोटाले में भी सुभाष गर्ग की बड़ी संलिप्तता है.